नहीं बने पंप, 20 हजार आबादी प्रभावित
नगर निगम के दो पंप के ठप होने और जारी बिजली कटौती के कारण शहर में जल संकट बढ़ता जा रहा है। लगातार बिजली नहीं मिलने से पम्प हाउस सही से काम नहीं कर रहे हैं। इससे शहर की करीब 20 हजार की आबादी को पेयजल...
नगर निगम के दो पंप के ठप होने और जारी बिजली कटौती के कारण शहर में जल संकट बढ़ता जा रहा है। लगातार बिजली नहीं मिलने से पम्प हाउस सही से काम नहीं कर रहे हैं। इससे शहर की करीब 20 हजार की आबादी को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है।
ठप वाणिज्य इंटर कॉलेज व ब्रह्मपुरा मिडिल स्कूल पम्प को ठीक करना नगर निगम के लिए चुनौती बना हुआ है। इन क्षेत्रों से जुड़े दो दर्जन से अधिक मोहल्लों में सही से पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही है। इसको देखते हुए नगर आयुक्त संजय दूबे ने खराब पार्ट्स को बदलकर जल्द इन पंपों को ठीक करने का आदेश दिए है। पार्टस की खरीदारी का ऑर्डर भी जारी कर दिया गया है। जलकार्य प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि इन दोनों पम्प को ठीक करने के लिए पार्टस की खरीदारी हो रही है। इनको ठीम होने में अभी पांच दिन का समय और लगेगा। बताया कि जलस्तर नीचे जाने के साथ बिजली आपूर्ति भी लगातार नहीं मिल रही है। इससे समस्या बढ़ गई है। एक साथ सभी पम्प काम नहीं करते हैं। इस कारण पानी का प्रेशर नहीं बन पा रहा है।
इधर, इन पंपों के काम नहीं करने से सरैयागंज के नूनफर मोहल्ला, छट्टू चौधरी लेन, ब्रह्मपुरा व इसके आसपास के इलाकों में चौथे दिन भी जलापूर्ति ठप रही। यही नहीं, शहर के ब्रह्मपुरा, कलमबाग चौक, गन्नीपुर, गोलाबांध रोड, बालूघाट में जलस्तर इस बार 30 फीट से नीचे चला गया है। इस कारण पम्प पानी सही से नहीं खींच पा रहे हैं। नगर आयुक्त जलकार्य विभाग को एक शिड्यूल के तहत सभी पम्प हाउसों की मरम्मत का निर्देश दिया है।