रेल ट्रैक के नीचे से गुजरने वाले तीन नालों की सफाई पर निर्णय नहीं
कलेक्ट्रेक्ट सभागार में सोमवार को शहर में जलजमाव की समस्या व पानी निकासी को लेकर बैठक हुई। इसमें रेल लाइन के नीचे से गुजरने वाले तीन बड़े नालों से...

कलेक्ट्रेक्ट सभागार में सोमवार को शहर में जलजमाव की समस्या व पानी निकासी को लेकर बैठक हुई। इसमें रेल लाइन के नीचे से गुजरने वाले तीन बड़े नालों से जलनिकासी की व्यवस्था पर कोई निर्णय नहीं हो सका। रेलवे ने बैठक में यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि इसके लिए दीर्घकालिक योजना की जरूरत है। हालांकि, डीएम प्रणव कुमार ने नगर निगम को अपने हिस्से के नालों की उड़ाही का निर्देश दिया, ताकि लोगों को राहत मिल सके।
बैठक में रेलवे लाइन के नीचे से गुजरने वाले कटही पुल, मालगोदाम, पांडेय गली कल्वर्ट की सफाई पर विचार-विमर्श किया गया। इसमें बताया गया कि कटही पुल नाले की लम्बाई काफी अधिक है। इसके बहुत बड़े भाग की सफाई नहीं हो पाती है। वहीं, कल्याणी से पांडेय गली होते हुए रेलवे ट्रैक के नीचे से नाला छाता चौक होते हुए फरदो तक जाता है। इसके करीब 40 मीटर में सफाई नहीं हो पाती है। बैठक में उपस्थित रेलवे के अधिकारियों ने इस मामले में सिर्फ इतना कहा कि इस समस्या का निदान दीर्घकालिक योजना से ही किया जा सकता है। इस पर डीएम ने निर्देश दिया कि मामले पर गंभीरता से विचारी करें। लम्बी अवधि के लिए योजना बनाकर विभाग को सौंपे, ताकि इसपर काम हो सके। वहीं, सर्किट हाउस से गोबरसही, खबड़ा रेलवे गुमटी के नीचे से गुजरने वाले कल्वर्ट व माड़ीपुर चित्रगुप्तपुरी के पास बने कल्वर्ट को लेकर नगर निगम को सफाई का निर्देश दिया गया। इसके अलावा माड़ीपुर से बीवीगंज गुमटी तक करीब डेढ़ किमी में रेलवे की ओर से मिट्टी भराई से पैदा हुए समस्या पर डीएम ने निर्देश दिया कि रेलवे पांच फीट जमीन नाले के लिए छोड़कर ही मिट्टी भराई का काम करे। कच्ची पक्की से आगे पुलिया के नीचे एनएचएआई को सफाई कराने का निर्देश दिया गया। यहां समस्या के दीर्घकालिक निदान के लिए कच्ची पक्की से एनएच 28 तक पक्के नाले के निर्माण की योजना बनाने का निर्देश डीएम ने दिया। डीएम की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में नगर आयुक्त, एसडीओ पूर्वी, बुडको के अधिकारी, एनएचएआई के प्रतिनिधि, पथ निर्माण विभाग के अधिकारी के अलावा कई सामाजिक कार्यकर्ता भी थे।
