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नेपाली प्रधानमंत्री ओली के बयान से सुर्खियों में आया भिखना ठोरी

नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली के बयान से भारत-नेपाल सीमा पर पहाड़ों व पंडई नदी से घिरा पिकनिक स्पॉट भिखना ठोरी एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। प्रधानमंत्री ओली ने हाल में वाल्मीकि रामायण...

नेपाली प्रधानमंत्री ओली के बयान से सुर्खियों में आया भिखना ठोरी
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरSat, 18 Jul 2020 03:24 AM
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नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली के बयान से भारत-नेपाल सीमा पर पहाड़ों व पंडई नदी से घिरा पिकनिक स्पॉट भिखना ठोरी एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। प्रधानमंत्री ओली ने हाल में वाल्मीकि रामायण का नेपाली में अनुवाद करने वाले कवि भानुभक्त के जयंती समारोह में कहा कि भगवान राम का जन्म ठोरी में हुआ था और वास्तविक अयोध्या ठोरी के निकट नेपाल में है। उनके इस बयान से भारत-नेपाल सीमा पर बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के गौनाहा प्रखंड के भिखना ठोरी के निवासियों में खलबली है। भिखना ठोरी के निवासी ओली के इस दावे को मनगढ़ंत और तथ्यों से परे बता रहे हैं। रेल और सड़क मार्ग से कट कर विरान पड़े भिखना ठोरी स्टेशन के आसपास के इलाके के निवासी इसे नेपाल की एक नई कुटनीतिक चाल बता रहे हैं। पंडई नदी में 12 अगस्त 2017 की भयानक बाढ़ में उजड़ चुके परिवार पुनर्वास और पेयजल के लिए भटक रहे हैं। नेपाली क्षेत्र में ठोरी की पहाड़ियों से भारतीय क्षेत्र में निकलने वाले दो चैनलों को बंद किए जाने से पिछले मई से भयानक जल संकट है।

सीता खोली में श्रद्धालुओं की भीड़

किंवदंतियों पर भरोसा करें तो भिखना ठोरी भारत-नेपाल के कई धार्मिक कथाओं से जुड़ा है। पंडई नदी के एक किनारे भारतीय क्षेत्र में भिखना ठोरी और दूसरे किनारे नेपाली क्षेत्र में ठोरी बसा है। जब भारत-नेपाल के रिश्ते सामान्य थे और लॉकडाउन नहीं था तो भारतीय पर्यटक नेपाल के ठोरी में पिकनिक मनाने पहुंचते थे। पंडई नदी को पांडवों से भी जोड़ा जाता है। ठोरी की एक पहाड़ी में गुफा है, जो सीता खोली के रूप में धार्मिक आस्था का बड़ा केन्द्र है। यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की मानें तो खोली में मां सीता बहुत दिनों तक छिपकर रही थीं। पंडई की बाढ़ में उजड़कर सहोदरा में बसे भारत-नेपाल मैत्री संघ के अध्यक्ष शेषनाथ यादव बताते हैं कि ओली से पहले दोनों देशों के श्रद्धालुओं ने किसी कथा में कभी यह नहीं बताया कि ठोरी के पास भगवान राम का जन्म हुआ था।

बयान : नेपाल के ठोरी में गत 16 जुलाई को एकादशी के अवसर पर सीता खोली में श्रद्धालुओं की टोली देखी गई। लोगों को वहां सफाई करते देखा गया। वहां नेपाल सरकार के पर्यवेक्षक दल के आने की सूचना नहीं है।

परमीत कुमार, इंस्पेक्टर, एसएसबी, भिखना ठोरी

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