आज रात से एनबीपीडीसीएल को कमान
सरकारी कंपनी नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एनबीपीडीसीएल) रविवार रात 12 बजे से पूरे जिले की बिजली व्यवस्था अपने हाथ ले लेगी। एनबीपीडीसीएल, पटना के चीफ इंजीनियर ने एस्सेल के मुंबई व...
सरकारी कंपनी नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एनबीपीडीसीएल) रविवार रात 12 बजे से पूरे जिले की बिजली व्यवस्था अपने हाथ ले लेगी। एनबीपीडीसीएल, पटना के चीफ इंजीनियर ने एस्सेल के मुंबई व मुजफ्फरपुर कार्यालय के साथ एनपीबीडीसीएल मुजफ्फरपुर कार्यालय को शनिवार को इस बावत पत्र भेजा है। पत्र के अनुसार, छह अगस्त की रात 12 बजे टेकओवर का समय तय कियागया है।
इसके साथ ही एनबीपीडीसीएल व एस्सेल के अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू कर दी। एनबीपीडीसीएल के एसी रीतेश निगम ने बताया कि रविवार रात एस्सेल के हाथों से बिजली संचालन ले लिया जाएगा। लेकिन, एस्सेल की टीम एक महीने तक उनके साथ काम करती रहेगी। जहां भी जरूरत होगी एस्सेल को मदद करना होगा। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। पूरी सुविधा पूर्व की तरह मिलती रहेगी।
सभी पीएसएस पर एस्सेल के ऑपरेटर काम करते रहेंगे, लेकिन कंट्रोल एनबीपीडीसीएल के हाथों में होगा। एक महीने के बाद वहां एस्सेल की जगह एनबीपीडीसीएल के कर्मी आ जाएंगे। एक महीने तक एस्सेल मीटर रीडिंग, मेंटेनेंस आदि सभी कार्यों में उनका सहयोग करेगी। बता दें कि एस्सेल को वर्ष 2013 में शहर सहित आठ प्रखंडों में बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने का जिम्मा दिया गया था।
विवाद सुलझाने को होगी मध्यस्थता
एनबीपीडीसीएल व एस्सेल के बीच किसी भी तरह के विवाद को सुलझाने के लिए मध्यस्थता कराई जाएगी। दरअसल, पांच के साल के दौरान जो खर्चा हुआ है उसका हिसाब किया जाएगा। इस बीच किसी तरह का विवाद सामने आता है तो उसे मध्यस्थता से सुलझाया जाएगा।
1288 इंजीनियर व कर्मियों की हुई नियुक्ति
बिजली व्यवस्था संभालने के लिए एनबीपीडीसीएल ने जिले के चारों डिविजन व 12 सब डिविजन में बांटा है। इन डिविजनों में इंजीनियर से लेकर कर्मचारी तक की नियुक्ति कर दी गई है। पूरे जिले की व्यवस्था संभालने के लिए 1288 नियुक्तियां हुई हैं। अलग-अलग जगहों से तबादले के साथ कुछ नई बहाली भी की गई है।इलेक्ट्रिक सप्लाई डिविजन में 190 नियुक्ति हुई। इसमें इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, आईटी मैनेजर, सहायक व चपरासी शामिल है। वहीं, इलेक्ट्रिक सप्लाई सब डिविजन में 504 की नियुक्ति हुई। इसमें इंजीनियर सहित 360 मीटर रीडिर नियुक्त किए गए हैं। वहीं, 34 इलेक्ट्रिक सप्लाई सेक्शन में 594 की नियुक्ति हुई है।
बेला में तार टूटने से अंधेरे में रहे लोग
बेला में बिजली के हाईटेंशन तार के टूटकर गिर जाने से पूरा इलाका पूरी रात भर अंधेरे में रहा। बिजली आपूर्ति शनिवार सुबह करीब दस बजे बहाल हो सकी। इस कारण लोग परेशान रहे। पानी के लिए भी लोगों को भारी समस्या झेलनी पड़ी। शुक्रवार रात करीब 11 बजे हाईटेंशन तार टूट कर गिर गया था। इस कारण एक ट्रांसफॉर्मर भी जल गया। तार गिरने के कारण बेला, मिठनपुरा, बेला छपरा, मुशहरी के कुछ इलाकों में पूरी रात अंधेरा रहा। हालांकि, इसकी मरम्मत के लिए एस्सेल के मिस्त्री रात में ही जुट गए थे।