नवरूना कांड : चार सप्ताह में चार्जशीट दायर कर सकती सीबीआई
शहर के बहुचर्चित नवरूना कांड के रहस्य से जल्द पर्दा उठ सकता है। सीबीआई चार सप्ताह में मुजफ्फरपुर स्थित विशेष सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर सकती है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सीबीआई को...
शहर के बहुचर्चित नवरूना कांड के रहस्य से जल्द पर्दा उठ सकता है। सीबीआई चार सप्ताह में मुजफ्फरपुर स्थित विशेष सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर सकती है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सीबीआई को केस की जांच पूरी करने और चार्जशीट दाखिल करने के लिए दो माह का और समय दिया है।
याचिकाकर्ता अभिषेक रंजन कुमार ने बताया कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों की बेंच ने सुनवाई की। बेंच ने दो माह का और समय दिया है। 27 दिसंबर तक स्थानीय कोर्ट को रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। इसपर सीबीआई ने आश्वस्त किया कि चार सप्ताह के भीतर चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी।
वहीं नवरूना के पिता अतुल्य चक्रवर्ती ने बताया कि सीबीआई ने चार सप्ताह के भीतर चार्जशीट दाखिल करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि वे आठ साल से अधिक समय से बेटी को न्याय दिलाने के लिए लड़ रहे हैं। चार्जशीट के बाद सीबीआई की जांच के संबंध में जानकारी होगी।
सितंबर में सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से मांगा था समय :
सीबीआई स्पेशल ब्रांच के एसपी नागेंद्र प्रसाद ने जांच पूरी करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से और दो माह का समय मांगा था। इसके लिए अधिवक्ता के माध्यम से अर्जी भी डाली थी। इसपर पर कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई कर दो माह के लिए समय बढ़ा दिया। मालूम हो कि इस अर्जी से पहले भी 10 बार सीबीआई जांच के लिए समय ले चुकी है।
सीबीआई ने सात को भेजा जेल :
सीबीआई ने अपनी जांच के दौरान शहर के सात लोगों को न्यायिक हिरासत में भेजा था। इसमें राकेश कुमार सिन्हा पप्पू, ब्रजेश सिंह, शाह आलम शब्बू, विक्रांत सिंह उर्फ विक्कू, अभय गुप्ता, राकेश कुमार और विमल अग्रवाल शामिल है। वर्तमान में सभी जमानत पर हैं। सीबीआई ने इनलोगों को गिरफ्तार करने से पहले कार्यालय में नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था। इसके बाद इनको गिरफ्तार किया था। वहीं, पुलिस ने भी तीन को न्यायिक हिरासत में भेजा था।
क्या है नवरूना कांड :
17 सितंबर 2012 की रात मुजफ्फरपुर के जवाहरलाल रोड स्थित अपने घर में सो रही अतुल्य चक्रवर्ती की छोटी बेटी नवरूना का अपहरण हो गया था। उसके कमरे की खिड़की का ग्रील काटा गया था। इस संबंध में अतुल्य चक्रवर्ती ने नगर थाने में 18 सितंबर 2012 को अपहरण को लेकर अज्ञात पर केस दर्ज कराया था। इसके ढाई महीने बाद नवंबर में घर के पास के नाले की सफाई के दौरान एक मानव कंकाल मिला था। सीबीआई 14 फरवरी 2014 से इस केस की जांच कर ही है। सीबीआई से पहले सीआईडी ने करीब डेढ़ साल तक इस कांड की जांच की थी।