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बीआरएबीयू में एक नाम पर बनीं दो-दो डिग्रियां

मुजफ्फरपुर में बीआरएबीयू विश्वविद्यालय में एक छात्र के नाम पर दो डिग्रियां जारी होने का मामला सामने आया है। परीक्षा विभाग की जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया। विवि प्रशासन ने सॉफ्टवेयर में...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरTue, 24 Dec 2024 05:35 PM
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बीआरएबीयू में एक नाम पर बनीं दो-दो डिग्रियां

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता/ मृत्युंजय बीआरएबीयू में एक नाम पर दो डिग्रियां जारी हुई हैं। परीक्षा विभाग के डिग्री सेक्शन की जांच में यह मामला सामने आते ही विवि में हड़कंप मचा हुआ है। जांच में पाया गया कि एक छात्र के नाम पर दो-दो डिग्रियां बनाई गई हैं। ये डिग्रियां वर्ष 2012-13 से लेकर 2022 तक की हैं।

परीक्षा विभाग में दो डिप्टी कंट्रोलर के आने के बाद डिग्री सेक्शन में डिग्रियों की जांच का काम शुरू हुआ। इसमें जब डिग्रियों का मिलान किया गया तो बड़ी संख्या में एक छात्र के नाम पर दो-दो डिग्रियां के बनने का खेल पकड़ा गया है।

संबद्ध से लेकर अंगीभूत कॉलेजों के छात्र शामिल :

जिन छात्रों के नाम पर दो-दो डिग्रियां जारी की गई हैं, उनमें संबद्ध से लेकर अंगीभूत कॉलेज तक के छात्र शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि कई बिचौलिये एक छात्र के नाम पर डिग्रियां बनाकर ले गये, लेकिन जब मूल छात्र ने डिग्री के लिए आवेदन किया तो फिर से उसकी डिग्री तैयार कर ली गई। इन डिग्रियों पर छात्र का रोल नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर एक रहा, लेकिन डिग्री नंबर बदल गया।

डिग्री सुधार के लिए सॉफ्टवेयर में लगेगा फिल्टर :

एक छात्र की दो-दो डिग्रियां जारी होने की बात सामने आने के बाद विवि प्रशासन हरकत में आ गया है। डिप्टी कंट्रोलर डॉ. रेणु बाला का कहना है कि जिस सॉफ्टवेयर से एजेंसी डिग्री बनाती है, उसमें एक फिल्टर लगाने के लिए कहा जा रहा है। फिल्टर लग जाने के बाद एक रोल और रजिस्ट्रेशन नंबर की डिग्री अगर दोबारा बनने जायेगी तो सॉफ्टवेयर उसे पकड़ लेगा और डिग्री नहीं बन सकेगी।

फर्जी डिग्री का भी मामला आ चुका है सामने :

विवि में फर्जी डिग्री का भी मामला सामने आ चुका है। टीआर में छेड़छाड़ कर डिग्रियां तैयार करने की आशंका जताई जा रही है। टीआर में छेड़छाड़ का मामला भी वर्ष 2012-13 का है। बिहार विवि में बीएड के पांच छात्रों की डिग्री भी फर्जी होने की आशंका में जांच कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में तीन सदस्य मामले की तहकीकात कर रहे हैं। इस मामले में कमेटी ने एक बैठक भी की है। कमेटी ने संबंधित कॉलेज से फर्जी डिग्री वाले संदिग्ध छात्रों का पूरा ब्योरा मांगा है। कमेटी ने कॉलेज से छात्र की परीक्षा और दाखिले का पूरा ब्योरा मांगा है। इसके अलावा एडमिट कार्ड सेक्शन से भी छात्रों का ब्योरा मांगा गया है।

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