शहर के इंट्री प्वाइंट पर जलजमाव व जाम बैरिया गोलंबर पर दो कदम चलना दूभर
मुजफ्फरपुर का बैरिया गोलंबर गंदगी, जलजमाव और जाम की समस्या से जूझ रहा है। यह शहर का मुख्य चौराहा है, जहां बसों की भीड़ और अवैध पार्किंग के कारण जाम की स्थिति बनती है। यहां का नाला भी जर्जर हो चुका है,...

मुजफ्फरपुर। शहर का इंट्री प्वाइंट ही जब गंदगी, जलजमाव और जाम की जद में हो तो जिम्मेदारों पर सवाल उठना लाजिमी है। अतिव्यस्त चौराहा बैरिया गोलंबर पटना व मोतिहारी एनएच से लेकर शहर व उसके आसपास को जोड़ने वाला मुख्य चौराहा है। वैसे तो इस गोलंबर के चारों ओर गंदगी व अतिक्रमण है, लेकिन पश्चिम ओर पुराने मोतिहारी रोड में पानी व कीचड़ ने इसका हाल बेहाल कर दिया है। हल्की बारिश में भी डिवाइडर के दोनों ओर काफी पानी लग जाता है। लोगों का कहना है कि बैरिया बस स्टैंड के सौंदर्यीकरण की बात तो अक्सर होती है, लेकिन गोलंबर के आसपास की स्थिति चर्चा में भी नहीं आती। जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों से बस आश्वासन ही मिलता है। बैरिया गोलंबर उत्तर बिहार के जिलों से आने वाले लोगों के लिए शहर में प्रवेश करने या आगे सफर करने का इंट्री प्वाइंट है। लेकिन, इसकी बदहाली स्थानीय लोगों और मुसाफिरों के लिए परेशानी का सबब है। गोलंबर के पश्चिम ओर पुराना मोतिहारी रोड जहां से शुरू होता है, वह जगह बजबजाते नाले का पानी व कीचड़ से सनी है। इसके पीछे एक बड़ा निजी अस्पताल है। बगल में दुर्गा मंदिर है। बीच में तिकोना डिवाइडर है। डिवाइडर के दोनों ओर सड़क काफी नीचा है। वहीं इससे जुड़ रहा मुजफ्फरपुर-पटना-मोतिहारी एनएच ऊंचा है। टूटे नाले से बह रहा गंदा पानी इसी निचले हिस्से में जमा होता रहता है। अगर झमाझम बारिश हो गई तो डिवाइडर के दोनों ओर घुटनेभर पानी लग जाता है।
गोलंबर के आसपास जगदंबा नगर, बैरिया, गांधीनगर, कोल्हुआ, चाणक्यपुरी, झिटकांही, चांदनी चौक, महेश भगत-बनवारीलाल कॉलेज, अयाचीग्राम, आदर्शनगर व दादर सहित अन्य मोहल्ले हैं, जहां लगभग 40 हजार की आबादी रहती है। यह मुजफ्फरपुर-पटना, सीतामढ़ी-दरभंगा का मुख्य मार्ग भी है। बगल में निजी बस स्टैंड है, जहां से राज्य के सभी जिलों व दूसरे प्रदेशों के लिए बसें खुलती हैं। इससे इस गोलंबर होकर बसों की लगातार आवाजाही रहती है। गोलंबर को बस ऑपरेटरों ने एक तरह से अवैध स्टैंड बना लिया है। भले ही बसें यहां थोड़ी देर के लिए रुकती हों, मगर एक के पीछे एक आ रहीं बसों के रुकने से हमेशा यह गोलंबर जाम रहता है। इसके अलावा इस चौक पर बेतरतीब तरीके से पार्क किए गए ऑटो से जाम की स्थिति विकट हो जाती है। इससे यहां अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
आउटलेट बंद होने से ओवरफ्लो कर रहे नाले :
आठ-दस वर्ष पहले पुराने मोतिहारी रोड में बना नाला काफी जर्जर हो चुका है। इसका आउटलेट कोल्हुआ के निकट था। इन क्षेत्रों में अपार्टमेंट व आलीशान मकान बनाए जा रहे हैं। इस क्रम में नाले का आउटलेट बंद हो गया है। इससे टूटे नाले का गंदा पानी हमेशा ओवरफ्लो करता रहता है। यह पानी बहकर गोलंबर के निकट सड़क पर निचले स्थान पर जमा हो जाता है। बैरिया के दीनबंधु कुमार ने बताया कि नाले का आउटलेट बंद हो जाने के कारण यह समस्या है। एक व्यवसायी ने बताया कि सड़क पर गंदा पानी जमा रहने के कारण दुकान पर ग्राहक आने से हिचकते हैं।
गोलंबर पार्क बना कूड़ा डंपिंग प्वाइंट :
बैरिया गोलंबर के अंदर अमर शहीद बैकुंठ शुक्ल के नाम से बनाए गए पार्क की स्थिति खस्ताहाल है। स्थानीय लोगों ने तिकोने डिवाइडर के बीच के स्थान को कूड़ा डंपिंग प्वाइंट बना दिया है। घरों व दुकानों का कूड़ा यहीं फेंक दिया जाता है। पंचायत क्षेत्र में होने के कारण नगर निगम की ओर से कूड़ा निस्तारण नहीं किया जाता है। दूसरी ओर, गोलंबर चौक के चारों तरफ अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। इससे यात्रियों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है। यह जाम का सबसे बड़ा कारण है। लोगों का कहना है कि फुटपाथ इतनी चौड़ी है कि अगर अतिक्रमण हटा दिया जाए तो जाम की समस्या का स्थायी हल हो जाएगा।
बोले जिम्मेदार :
जहां-जहां जलजमाव की सूचना मिलती है, वहां से जलनिकासी का कार्य कराया जाता है। बैरिया गोलंबर क्षेत्र से भी कई बार जलनिकासी कराई गई है। इस क्षेत्र को जलजमाव से स्थायी निजात दिलाने का प्रयास चल रहा है। जल्द ही इसका परिणाम सामने आएगा और लोगों को समस्या से छुटकारा मिलेगा।
-आनंद कुमार विभूति, बीडीओ, कांटी प्रखंड
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