समीर मर्डर केस : ठेकेदार हत्याकांड के बाद से ही टारगेट पर थे पूर्व मेयर
बिहार में मुजफ्फरपुर में मिठनपुरा के ठेकेदार अतुल शाही की हत्या के बाद से ही पूर्व मेयर समीर कुमार अपराधियों के निशाने पर थे। इसकी शिकायत वह पुलिस से कई दफा कर चुके थे। शिकायत के आलोक में मिठनपुरा...
बिहार में मुजफ्फरपुर में मिठनपुरा के ठेकेदार अतुल शाही की हत्या के बाद से ही पूर्व मेयर समीर कुमार अपराधियों के निशाने पर थे। इसकी शिकायत वह पुलिस से कई दफा कर चुके थे। शिकायत के आलोक में मिठनपुरा पुलिस को उनकी सुरक्षा की जिम्मेवारी दी गई थी। उनके आने-जाने के क्रम में पुलिस पेट्रोलिंग होती थी। बताया यह भी जाता है कि अतुल शाही हत्याकांड के वक्त पूर्व मेयर पर भी हमले की साजिश मुशहरी इलाके के ही गैंग ने बुनी थी।
दो साल से नहीं था बॉडीगार्ड-
पूर्व मेयर समीर कुमार के करीबियों की मानें तो पुलिस ने करीब दो साल पूर्व उनका बॉडीगार्ड हटा लिया था। इसके बाद समीर कुमार ने कई बार एसएसपी से भी इसकी शिकायत की थी, लेकिन हमेशा सुरक्षा ऑडिटिंग के बाद बॉडीगार्ड उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया जाता था।
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मिठनपुरा में गरज चुकी है एके-47-
नगर थाना क्षेत्र से सटे मिठनपुरा इलाके में भी पहले भी एके-47 गरज चुकी है। कांटी थाने के वीरपुर निवासी ठेकेदार अतुल शाही को भी एके-47 से भून दिया गया था। इसके अलावा मिठनपुरा के चतुर्भुज स्थान-तीनकोठिया इलाके में मोतिहारी के रामप्रवेश की हत्या हुई थी। काफी अर्सें बाद एके-47 की तड़तड़ाहट से एक बार फिर मिठनपुरा व इसके सीमावर्ती इलाके दहल उठे।
बाइक सवार अपराधियों ने ठेकेदार को मारी थी गोली-
2016 में ठेकेदार अतुल शाही की हत्या मिठनपुरा थाना के वीसी लेने में अंजनी ठाकुर गिरोह ने कर दी थी। ठेकेदार हत्याकांड को भी बाइक सवार अपराधियों ने अंजाम दिया था। इससे पुलिस को आशंका है कि पूर्व मेयर समीर कुमार के हत्या में भी उक्त गिरोह का हाथ हो सकता है। इस बिंदु पर भी पुलिस की विशेष टीम छानबीन में जुटी है।