Muzaffarpur Education Official Virendra Narayan Singh Faces Action for Disproportionate Assets Again दस साल में दूसरी बार वीरेंद्र पर आय से अधिक संपत्ति में कार्रवाई, Muzaffarpur Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar NewsMuzaffarpur NewsMuzaffarpur Education Official Virendra Narayan Singh Faces Action for Disproportionate Assets Again

दस साल में दूसरी बार वीरेंद्र पर आय से अधिक संपत्ति में कार्रवाई

मुजफ्फरपुर के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक वीरेंद्र नारायण सिंह के खिलाफ दूसरी बार आय से अधिक संपत्ति के मामले में कार्रवाई की गई है। 2015 में भी उन पर इसी तरह के आरोप लगे थे, जब उनकी संपत्ति चार करोड़...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरFri, 12 Sep 2025 06:56 PM
share Share
Follow Us on
दस साल में दूसरी बार वीरेंद्र पर आय से अधिक संपत्ति में कार्रवाई

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। तिरहुत प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक वीरेंद्र नारायण सिंह के खिलाफ 10 साल में दूसरी बार आय से अधिक संपत्ति को लेकर कार्रवाई की गई है। निगरानी सूत्रों ने बताया कि इससे पहले वर्ष 2015 में जब वीरेंद्र नारायण कटिहार में डीपीओ सह एमडीएम प्रभारी थे, तब उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने को लेकर कार्रवाई हुई थी। विशेष निगरानी इकाई ने उनके दर्जनभर ठिकानों पर छापेमारी की थी। चार करोड़ रुपये आय से अधिक संपत्ति होने का मामला बना था। वर्ष 2015 में हुई छापेमारी में वीरेंद्र नारायण और उनकी पत्नी के नाम पर पूर्णिया, कटिहार, पटना और नोएडा में पांच फ्लैट और 23 प्लॉट के कागजात मिले थे।

इसके अलावा पूर्णिया मुख्य बाजार में एक मार्केटिंग कांप्लेक्स भी था। संपत्तियों में अधिकतर उनकी पत्नी के नाम के कागजात थे। पटना के जगनपुरा में पत्नी के नाम पर प्लॉट लिया था। गुरुवार को उसी प्लॉट पर बने मकान में विशेष निगरानी इकाई की टीम ने छापेमारी की है। 2015 में वीरेंद्र नारायण के पास तीन कारें मिली थी। तीन बैंक खातों में आठ लाख रुपये जमा थे। बताया गया कि आरडीडीई वीरेंद्र नारायण सामान्य परिवार के हैं। 1994 में शिक्षक बने और अपना कैरियर शुरू किया था। वर्ष 2005 में वह बिहार शिक्षा सेवा में चयनित हुए। डीपीओ और डीईओ का सफर तय करते हुए इसी साल उन्हें आरडीडीई के रूप में प्रमोशन मिला था। डिप्टी डायरेक्टर में प्रमोशन के बाद मुजफ्फरपुर में उनकी पहली पोस्टिंग थी। आरोपों से घिरे रहने के बावजूद मिलता रहा प्रमोशन : भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे रहने के बावजूद वीरेंद्र नारायण के कदम शिक्षा विभाग में कहीं नहीं रुके। डीपीओ से जिला शिक्षा अधिकारी और आरडीडीई तक प्रमोशन मिला। वैशाली में जिला शिक्षा अधिकारी रहने के दौरान उनके खिलाफ दिसंबर 2024 में ही आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत थी। इसके बाद भी प्रमोशन मिलने में उसे बाधा नहीं हुई।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।