ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार मुजफ्फरपुरसाढ़े तीन हजार से अधिक बीमार, दो ने तोड़ा दम

साढ़े तीन हजार से अधिक बीमार, दो ने तोड़ा दम

पिछले पखवाड़े भारी बरसात के बाद मौसम में चल रहे उतार-चढ़ाव से जिले में बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। वायरल बुखार और कै-दस्त के सर्वाधिक मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। सांस संबंधी बीमारी से सीने में दर्द...

साढ़े तीन हजार से अधिक बीमार, दो ने तोड़ा दम
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरTue, 15 Oct 2019 05:05 PM
ऐप पर पढ़ें

पिछले पखवाड़े भारी बरसात के बाद मौसम में चल रहे उतार-चढ़ाव से जिले में बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। वायरल बुखार और कै-दस्त के सर्वाधिक मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। सांस संबंधी बीमारी से सीने में दर्द की शिकायत वाले मरीजों की भी संख्या में इजाफा हुआ है। सोमवार को एसकेएमसीएच में साढ़े तीन हजार से अधिक नये-पुराने मरीजों की भीड़ से अफरातफरी मची रही। रजिस्ट्रेशन काउंटर से लेकर दवा काउंटर तक मरीज और उनके परिजनों में आपाधापी मची रही।

वहीं रात में इलाज के दौरान दो मरीजों की मौत हो गई। इनकी पहचान मीनापुर के तुर्की गांव का 60 वर्षीय लगन साह और कुढ़नी के केरमा गसंव की 65 वर्षीया शांति देवी के रूप में हुई। डॉक्टरों ने बताया कि लगन साह की मौत हार्ट अटैक जबकि शांति की मौत सांस संबंधी बीमारी से हुई। इससे पहले 17 सौ नये मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया। शेष का पुराने पुर्जा पर इलाज हुआ। आठ सौ मरीजों का मेडिसिन ओपीडी में इलाज हुआ। दो दर्जन से अधिक बुखार पीड़ित मरीजों को बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया। वहीं, सदर अस्पताल, केजरीवाल अस्पताल सहित अन्ये बड़े निजी अस्पतालों में भी मरीजों की भारी भीड़ रही। उच्च रक्तचाप और मधुमेह के रोगियों की भी परेशानी बढ़ गई है। एसकेएमसीएच के ओपीडी में पांच दर्जन से अधिक मरीज सीने में दर्द की शिकायत लेकर पहुंचे। अधिकांश का ईसीजी कराया गया। भारी बरसात के बाद बीते दो सप्ताह से दिन में गर्मी व रात में हल्की ठंड से मौसम में उतार चढाव है। इसमें लोगों की असावधानी बीमारियों का सबब बन रही है। एसकेएमसीएच में मेडिसिन विभाग के डॉ.सतीश कुमार सिंह व डॉ. मो.फैयाज ने बताया कि मौसम का असर हर उम्र के लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। विशेष कर हार्ट, बीपी, डायबिटीज के मरीजों इस मौसम में सावधानी बरतनी चाहिए। समय जांच व दवा सेवन जरूरी है।

बच्चों को लेकर सावधान रहे अभिभावक

शिशु रोग विभाग के डॉ. प्रदीप शराण ने बताया कि इस मौसम में बच्चे वायरल बुखार के शिकार हो रहे हैं। खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। रात में खाली पेट व घर से बाहर सोने नहीं दें। बुखार होने पर डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवा दें। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विमलेश कुमार ने बताया कि ओपीडी में अधिकतर बच्चे वायरल बुखार, एनीमिया, जॉन्डिस व कै-दस्त से पीड़ित मिले। बच्चों को शुद्ध भोजन दें। डायरिया की स्थिति में ओआरएस का घोल जरूर दें।

बुखार पीड़ितों की संख्या अधिक

एसकेएमसीएच अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार शाही ने बताया की तेज बुखार के मरीज अधिक संख्या में आ रहे हैं। बुखार पीड़ित मरीज डेंगू के डर से भयभीत हैं। डेंगू का इलाज भी संभव है। वैसे मरीजों के लिए विशेष सुविधा दी जा रही है। धैर्य से इलाज करायें। डॉक्टर वैसे मरीजों की गहन मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें