ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार मुजफ्फरपुरमठ-मंदिर भी डूबे, भगवान के दर पहुंचने की डगर कठिन

मठ-मंदिर भी डूबे, भगवान के दर पहुंचने की डगर कठिन

बाढ़ से कई गांव जलमग्न हैं। सड़क संपर्क टूट चुका है। बाढ़ की चपेट में मंदिर भी आए हैं। कई प्रमुख मंदिरों के चारों ओर पानी लगा है। वहीं ठाकुरबाड़ी व मठ भी घिरे हैं। कुछ पुरानी ठाकुरबाड़ी में नुकसान भी...

मठ-मंदिर भी डूबे, भगवान के दर पहुंचने की डगर कठिन
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरFri, 18 Aug 2017 10:34 PM
ऐप पर पढ़ें

बाढ़ से कई गांव जलमग्न हैं। सड़क संपर्क टूट चुका है। बाढ़ की चपेट में मंदिर भी आए हैं। कई प्रमुख मंदिरों के चारों ओर पानी लगा है। वहीं ठाकुरबाड़ी व मठ भी घिरे हैं। कुछ पुरानी ठाकुरबाड़ी में नुकसान भी हुआ है। वहीं निचले इलाकों के मंदिर व माई स्थान पानी में डूब गए हैं। भैरव स्थान में फैला बाढ़ का पानी: बाढ़ की वजह से औराई प्रखंड पूरी तरह जलमग्न हो गया है। इससे यहां का प्रमुख भैरव स्थान मंदिर भी अछूता नहीं रहा है। यहां आने वाली सड़क पर पानी का तेज बहाव है। साथ ही मंदिर के चारों ओर पानी लगा है। इस वजह से यहां श्रद्धालुओं की आवाजाही न के बराबर है। सामान्य दिनों में भी यहां श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। साथ ही कई छोटे मंदिरों व माई स्थान में पानी घुस आया है। 50 साल पुरानी ठाकुरबाड़ी को नुकसान: कटरा के धनौर में बागमती नदी का बांध टूटने से पूरे क्षेत्र में पानी फैल गया। तेज धारा से कई घरों को नुकसान हुआ। वहीं 50 वर्ष से अधिक पुरानी ठाकुरबाड़ी को काफी क्षति पहुंची है। ठाकुरबाड़ी का आधा भाग पानी की धारा की वजह से टूट गया। इसके चारों ओर पानी लगा है। कटरा का प्रसिद्ध चामुंडा स्थान बांध के दूसरी तरफ होने की वजह से बचा हुआ है। शिव मंदिर सहित कई मंदिर पानी से घिरे: कांटी के मिठनसाराय समेत कई क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैल गया है। यहां के कई मंदिर पानी से घिरे हैं। मिठनसराय गांव के बीच स्थित शिवमंदिर के चारों ओर पानी लगा है। यहां फिलहाल पूजा-अर्चना बंद है। कांटी के छिन्नमस्तिका मंदिर में वर्तमान में बाढ़ का पानी नहीं पहुंचा है। इससे यहां भक्तों का आना-जाना बना हुआ है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें