बिहार: मेडिकल कॉलेज के NICU चूहों ने कुतरीं नवजात की अंगुलियां, हुई दर्दनाक मौत
डीएमसीएच के शिशु रोग विभाग के नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (निकू) में मंगलवार की सुबह एक नवजात की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया है कि चूहों के काटने से नवजात ने दम तोड़ दिया। परिजन शव को लेकर...
डीएमसीएच के शिशु रोग विभाग के नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (निकू) में मंगलवार की सुबह एक नवजात की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया है कि चूहों के काटने से नवजात ने दम तोड़ दिया। परिजन शव को लेकर प्रभारी डीएम डॉ. कारी प्रसाद महतो के पास पहुंच गए। उनलोगों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर व नर्सों ने बच्चे का ध्यान रखने में लापरवाही बरती है। इस वजह से चूहों के काटने से बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने संबंधित डॉक्टर व नर्सों पर कार्रवाई करने का अनुरोध करते हुए डीडीसी से लिखित शिकायत की। प्रभारी डीएम सह डीडीसी ने परिजनों को आश्वासन दिया कि डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के लौटने पर कमेटी बनाकर मामले की जांच की जाएगी।
आवेदन में मधुबनी जिले के सकरी थाना क्षेत्र के नजरा गांव निवासी फिरन चौपाल ने कहा है कि उन्होंने इलाज के लिए अपने नौ दिन के नवजात को 29 अक्टूबर की रात दो बजे डीएमसीएच के शिशु रोग विभाग में दाखिल कराया था। बच्चे का इलाज वहां के निकू में चल रहा था। रात करीब एक बजे परिजन बच्चे को देखने निकू में गए थे। उस वक्त उनका बच्चा ठीक-ठाक था। जब वे सुबह पांच बजे बच्चे को देखने निकू में गए तो उसके एक हाथ व दोनों पैरों की उंगलियां चूहों को काटते देख वे दंग रह गए। उन्होंने कहा कि उस वक्त निकू में न तो डॉक्टर थे और न ही नर्स। उन्होंने आरोप लगाया है कि डॉक्टर व नर्सों की निष्क्रियता के कारण उनके बच्चे की मौत हो गई।
इधर, शिशु रोग विशेषज्ञ व निकू के समन्वयक डॉ.ओम प्रकाश ने परिजनों के आरोप को निराधार बताया है। उन्होंने बताया कि बच्चे को गंभीर हालत में वहां भर्ती कराया गया था। उसे लगातार चमकी आ रही थी व उसकी सांस रुक-रुककर चल रही थी। काफी प्रयास के बावजूद उसकी जान नहीं बचायी जा सकी। उन्होंने बताया कि सुबह साढ़े चार बजे बच्चे की मौत हो गई। उसके शव को लपेटकर परिजनों के हवाले करने के लिए रख दिया गया था। उस समय तक चूहे ने बच्चे को काटा नहीं था।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने भी चूहे के काटने से बच्चे की मौत होने से इनकार किया। उन्होंने बताया कि बच्चे के शरीर पर जो जख्म हैं वो निडिल लगाने का है। बच्चे को यहां लाने से पहले अन्य जगहों पर भी इलाज कराया गया था। मामले की जांच के लिए कमेटी बनायी जा रही है। अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रभारी डीएम सह डीडीसी डॉ कारी प्रसाद महतो ने बताया की चूहे के काटने से नवजात की मौत होने की शिकायत मिली है। परिजन डॉक्टर व नर्सों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। कमेटी बनाकर मामले की जांच करायी जाएगी।