कांटी में अतिक्रमणकारियों पर लाठीचार्ज, आगजनी में 11 घर जले
कांटी थर्मल के पाइप लाइन के लिए अतिक्रमण हटाने के दौरान कोठियां में रविवार को भारी बवाल हुआ। झोपड़ियों में आग लगा दी गई। इसमें 11 लोगों की झोपड़ी जलकर राख हो गई। अतिक्रमण हटाने के विरोध पर पुलिस...
कांटी थर्मल के पाइप लाइन के लिए अतिक्रमण हटाने के दौरान कोठियां में रविवार को भारी बवाल हुआ। झोपड़ियों में आग लगा दी गई। इसमें 11 लोगों की झोपड़ी जलकर राख हो गई। अतिक्रमण हटाने के विरोध पर पुलिस ने जम कर लाठीचार्ज किया। घटना में एक दर्जन लोग घायल हो गए। आगजनी व लाठीचार्ज की घटना से टोले में भगदड़ मच गई। लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। आगजनी में करीब आधा दर्जन मवेशी भी जलकर मर गए। करीब तीन घंटे तक बवाल चला। घटना के बाद गांव में कांटी बिजली उत्पादन निगम व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ काफी रोष है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दी गई है।
वहीं, थानाध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद ने बताया कि मामले में सीओ दिलीप कुमार के बयान पर आठ नामजद समेत दर्जनों अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें सरकारी काम में बाधा डालने व अतिक्रमित जमीन को खाली नहीं करने का आरोप लगाया गया है।
सीओ व थर्मल अधिकारी के इशारे पर आग लगाने का आरोप
अग्निपीड़ित रामपुकार सहनी, भाग्यनारायण सहनी आदि ने आरोप लगाया कि जमीन खाली करने के लिए सीओ व कांटी थर्मल के अधिकारियों के इशारे पर घरों में आग लगवा दिया गया। अग्निपीड़ितों का कहना था कि सोमवार तक का समय दिया गया था, लेकिन अचानक एक दिन पहले जबरन लोगों का घर उजाड़ा जाने लगा। घरों से सामान तक निकालने नहीं दिया गया।
अतिक्रमणकारियों ने खुद घरों में लगाई आग: सीओ
सीओ सह दंडाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि अतिक्रमणकारियों ने खुद अपने घरों में आग लगा ली। प्रशासन व थर्मल के अधिकारियों पर लगाए गए आरोप गलत हैं। सीओ ने बताया कि नोटिस देने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा था। इससे थर्मल का काम बाधित है। प्रशासन की ओर से कई बार लोगों को समझाया गया, लेकिन अतिक्रमणकारी नहीं मान रहे थे।
बयान
वरीय अधिकारियों के आदेश पर कांटी थर्मल की जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही थी। घर जलाने का आरोप गलत है। वरीय अधिकारियों को पूरे मामले से अवगत कराया जाएगा।
-कुमार प्रशांत, डीसीएलआर पश्चिमी।