जानिए मनरेगा के कितने मजूदर को बनाया गया बीएफटी
परिवार चलाने के लिए मनरेगा में मजदूरी करते हैं लेकिन थोड़ा-बहुत पढ़े-लिखे भी है। ऐसे मजदूर को सरकार उनके योजना के अनुसार मनरेगा योजनाओं में काम देगी। जिले के नौ मजदूरों को प्रशिक्षण देकर मनरेगा में...
परिवार चलाने के लिए मनरेगा में मजदूरी करते हैं लेकिन थोड़ा-बहुत पढ़े-लिखे भी है। ऐसे मजदूर को सरकार उनके योजना के अनुसार मनरेगा योजनाओं में काम देगी। जिले के नौ मजदूरों को प्रशिक्षण देकर मनरेगा में बेयर फूट टेक्नीसियन(बीएफटी) बनाया गया है।
बीएफटी छह हजार रुपये प्रति माह दी जाएगी। इन बीएफटी को गायघाट,मड़वन,कुढ़नी,मोतीपुर, पारू और साहेबगंज में तैनात किया गया है। मनरेगा में बीएफटी का कार्य योजनाओं की पहचान करना, योजना तैयार करने में सहयोग करना,लोगों को योजनाओं की जानाकरी देना,कार्य शुरू होने से पहले योजनाओं का प्रारूप तैयार करना। कार्यों के गुणवत्ता को कायम रखना। ग्रामीण कार्य विभाग पढ़े हुए मजदूरों की सूची जिलाधिकारी से मांगा थी। सूची के आधार पर विभाग ने पटना में सभी मजदूरों को प्रशिक्षण दिया है। जिसके बाद उनकी पदस्थापना प्रखंडों में की गई है।