जेपी के पद चिन्हों पर चलने से उनके सपनों होंगे साकार
जेपी के पद चिन्हों पर चल कर ही उनके सपनों को हम साकार कर सकते हैं। इसे पूरा करने के लिए युवा वर्ग के जोश एवं बुजुर्गों के होश को एकत्र करना होगा। जेपी के भारत निर्माण के लिए एक दूसरे का सहयोग आवश्यक...
जेपी के पद चिन्हों पर चल कर ही उनके सपनों को हम साकार कर सकते हैं। इसे पूरा करने के लिए युवा वर्ग के जोश एवं बुजुर्गों के होश को एकत्र करना होगा। जेपी के भारत निर्माण के लिए एक दूसरे का सहयोग आवश्यक होगा। गैर कांग्रेसवाद के समर्थक रहे जेपी समाजवाद की स्थापना करने के पक्षधर थे। उक्त बातें प्रखंड परिसर स्थित जगदीश राय स्मृति भवन में आयोजित जेपी की 118वीं जयंती पर जगन्नाथ पांडेय ने कही।
इससे पूर्व कार्यक्रम में जय प्रकाश नारायण के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। उनके कई सारे वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। उधर, गांधी शांति प्रतिष्ठान के पूर्व सचिव सुरेन्द्र कुमार, जेपी के सहयोगी रहे मंडलेश्वर तिवारी, तारकेश्वर मिश्र, परमहंसजी, प्रो. अवधेश कुमार, संजीव साहू, शाहिद कमाल, गांधीवादी रामेश्वर ठाकुर, रमेश पंकज व मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह ने भी जेपी की यादों को ताजा किया। मौके पर प्रखंड प्रमुख पप्पू कुमार, शिवनाथ राय, राजहंस राय, अनवार अहमद व मिथिलेश कुमार भी थे।