ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार मुजफ्फरपुरस्पॉन्सर बनाने से पहले आवेदनों की हो रही जांच

स्पॉन्सर बनाने से पहले आवेदनों की हो रही जांच

स्पॉन्सरशिप योजना के तहत बच्चों के स्पॉन्सर बनाने से पहले भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह योजना परित्यज्य, अनाथ, विधवा, तलाकशुदा के बच्चों की देखभाल के लिए शुरू की गई है। जिला बाल...

स्पॉन्सर बनाने से पहले आवेदनों की हो रही जांच
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरWed, 06 Mar 2019 03:36 PM
ऐप पर पढ़ें

स्पॉन्सरशिप योजना के तहत बच्चों के स्पॉन्सर बनाने से पहले भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह योजना परित्यज्य, अनाथ, विधवा, तलाकशुदा के बच्चों की देखभाल के लिए शुरू की गई है। जिला बाल संरक्षण इकाई को मिले 400 आवेदनों के आधार पर डोर टू डोर अभियान चलाया जा रहा है।

पालन-पोषण देखरेख अनुमोदन समिति के आदेश पर सोशल वर्कर इस अभियान में लगे हैं। स्पान्सर सही नहीं मिलने पर आवेदन रद्द किया जाएगा और सही मिलने पर उन्हें बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी दी जाएगी। जिला बाल संरक्षण अधिकारी चंद्रदीप कुमार ने बताया कि माता-पिता अगर कैद में हैं या वे गंभीर बीमारी, मानसिक रूप से बीमार या दुर्घटना के कारण बच्चों की परवरिश में सक्षम नहीं हैं उनके बच्चों को यह राशि दी जाएगी। प्रत्येक परिवार के अधिकतम दो बच्चों को दो हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। जांच में देखा जाएगा कि बच्चे बीपीएल परिवार के हो और उनके परिवार की आय 60 हजार से कम है। सोशल वर्कर बच्चे व उन्हें पालने के इच्छुक अभिभावक से मिलेंगे। जनप्रतिनिधि से भी जानकारी ली जाएगी। सभी जानकारी सही होने पर ही कमेटी की मोहर लगेगी और स्पॉन्सर बनाया जाएगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें