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इंटर्न डॉक्टरों की हड़ताल जारी, इलाज नहीं होने से कहराते रहे मरीज

सरैया के मलाही गांव का मरीज योगेंद्र कुमार 24 घंटे तक इलाज व दवा के इंतजार में कराहता रहा। बुधवार को उसका पैर टूट गया था। उसे पीएचसी ले जाया गया,...

इंटर्न डॉक्टरों की हड़ताल जारी, इलाज नहीं होने से कहराते रहे मरीज
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरThu, 28 Oct 2021 09:00 PM
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मुजफ्फरपुर। वरीय संवाददाता

सरैया के मलाही गांव का मरीज योगेंद्र कुमार 24 घंटे तक इलाज व दवा के इंतजार में कराहता रहा। बुधवार को उसका पैर टूट गया था। उसे पीएचसी ले जाया गया, जहां पट्टी बांधकर एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया। गुरुवार को दिन के 11 बजे अस्पताल पहुंच गया था, लेकिन हड़ताल के कारण किसी डॉक्टर ने उसे नहीं देखा। वह दोपहर 12 बजे तक ऑर्थो ओपीडी के बाहर एक बेंच पर पड़ा रहा। अस्पताल की तरफ से बेड भी नहीं मिला। योगेंद्र ने बताया कि केवल एक्स-रे किया गया। अबतक इलाज नहीं हुआ।

योगेंद्र के अलावा महमदपुर मझौलिया से आए दुर्गा कुमार का भी पैर टूट गया था। परिजन उसे लेकर बाहर बैठे थे। दुर्गा कुमार ने बताया कि पर्ची नहीं कटने से इलाज नहीं हो रहा है। एसकेएससीएच में इंटर्न डॉक्टरों की दूसरे दिन भी जारी रही हड़ताल के कारण मरीजों का इलाज बाधित रहा। इंटर्न डॉक्टरों ने रजिस्ट्रेशन काउंटर के गेट को बंद कर दिया था। इंटर्न डॉक्टर नवनीत कश्यप ने कहा कि मांग पूरी होने तक उनलोगों का आंदोलन चलता रहेगा। 15 हजार रुपये मानदेय काफी कम होते हैं और महंगाई में इतनी कम राशि में काम नहीं चल सकता। इंटर्न डॉक्टरों ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी भी की। हड़ताल पर बैठे इंटर्न डॉक्टरों को समझाने अधीक्षक डॉ. बाबू साहेब झा भी आए थे, लेकिन हड़ताल जारी रही। हड़ताल की वजह से मरीज वापस लौट गए। कई ने दूसरे अस्पतालों में जाकर इलाज कराया।

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