10 माननीयों की संपत्ति खंगाल रहा आयकर विभाग
आयकर विभाग उत्तर बिहार के दस माननीयों की संपत्ति खंगाल रहा है। सांसद व विधायकों की ओर से चुनाव के दौरान संपत्ति को लेकर दाखिल हलफनामा वास्तविकता से परे होने के संकेत मिले हैं। यह जांच चुनाव आयोग की...
आयकर विभाग उत्तर बिहार के दस माननीयों की संपत्ति खंगाल रहा है। सांसद व विधायकों की ओर से चुनाव के दौरान संपत्ति को लेकर दाखिल हलफनामा वास्तविकता से परे होने के संकेत मिले हैं। यह जांच चुनाव आयोग की रिपोर्ट पर आयकर विभाग की अन्वेषण इकाई कर रही है। जांच अंतिम चरण में है। शीघ्र ही विभाग की ओर से वरीय अधिकारी व चुनाव आयोग को जांच रिपोर्ट भेजी जाएगी।
साल 2010 व 2015 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव और 2009 व 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में माननीयों की ओर से चुनाव आयोग को सौंपी गई संपत्ति के विवरण को आधार बनाकर बेहद ही गोपनीय तरीके से जांच की जा रही है। विभाग की ओर से भेजी गई नोटिस का सांसद व विधायक जवाब दे चुके हैं। नोटिस के जवाब के बाद माननीयों की संपत्ति का आकलन किया जा रहा है। इसमें विभाग अपने खुफिया सूत्रों से भी मदद ले रहा है। विभाग का खुफिया सूत्र माननीयों की चल-अचल संपत्ति, उनके आय के श्रोत, परिजनों व दूसरे व्यक्तिों के नाम पर अर्जित संपत्ति को खंगाल रहा है। जरूरत पड़ने पर विभाग की ओर से माननीयों के घर व ठिकानों की जांच-पड़ताल की जा सकती है।
चुनाव आयोग भी कर सकता है कार्रवाई
आयकर विभाग के अलावा चुनाव आयोग गलत तरीके से संपत्ति अर्जित करने वाले माननीयों पर कार्रवाई कर सकता है। विभाग की सूत्रों की माने तो आयकर के नियमों के तहत अवैध संपत्ति जब्त की जा सकती है। वहीं, चुनाव आयोग माननीयों की सदस्यता को लेकर कार्रवाई कर सकती है। फिलहाल विभाग की कार्रवाई से माननीयों में हड़कंप मच गया है। इसको लेकर राजनीतिक महकमे में चर्चा का दौर शुरू हो गया है। नाम व कार्रवाई को लेकर गहमागहमी बनी हुई है।