दो घंटे में सुशीला ने खो दिया अपना लाल
मीनापुर के अली नेउरा की सुशीला देवी ने खेलते-कूदते अपने साढ़े पांच साल के बेटे अंशु कुमार को महज दो घंटे में खो दिया। गरीब सुशीला खुद इतनी कमजोर थी कि बेटे की मौत पर मातम की सिसकिया भी नहीं ले पा रही...
मीनापुर के अली नेउरा की सुशीला देवी ने खेलते-कूदते अपने साढ़े पांच साल के बेटे अंशु कुमार को महज दो घंटे में खो दिया। गरीब सुशीला खुद इतनी कमजोर थी कि बेटे की मौत पर मातम की सिसकिया भी नहीं ले पा रही थी। शनिवार को इस दृश्य को देख सबका कलेजा दहल रहा था।
बेटे के शव को गले लगा वह बेसुध थी। आंसुओं को पल भर के लिए रोक उसने बताया कि सुबह तक उसका लाडला सही था। खेलकूद रहा था। अचानक चमकी के साथ तेज बुखार आया। किसी तरह उसको लेकर केजरीवाल अस्पताल पहुंची। यहां आने पर डॉक्टर ने देखा और बताया कि उसका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है।
यह केवल सुशीला का दर्द नहीं है। अब तक दो दर्जन बच्चों को यह जानलेवा बीमारी निगल चुकी है। विशेषज्ञ डॉक्टरों का मानना है कि कुपोषण, आर्थिक तंगी, गंदगी के बीच जी रहे लोगों के बच्चों पर तेज धूप वाली गर्मी इनदिनों कहर बरपा रही है।
सीएस डॉ. एसपी सिंह का कहना है कि कुपोषण एक बड़ी समस्या है। इससे निबटने के लिए विभाग का एकल प्रयास नाकाफी होगा। वैसे जो संसाधन हैं उसमें बेहतर इलाज की कोशिश हो रही है। इस खतरनाक बीमारी से निपटने में सभी विभागों को हाथ बंटाना होगा।