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भारी बारिश ने जल-जीवन हरियाली अभियान पर लगाया ब्रेक

भारी बारिश ने जल-जीवन हरियाली अभियान पर भी ब्रेक लगा दिया है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की नर्सरी में लाखों पौधे या तो सूख गए हैं या गल गए हैं। इस कारण राज्य सरकार को नौ अगस्त को पूरे...

भारी बारिश ने जल-जीवन हरियाली अभियान पर लगाया ब्रेक
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरSat, 25 Jul 2020 05:44 PM
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भारी बारिश ने जल-जीवन हरियाली अभियान पर भी ब्रेक लगा दिया है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की नर्सरी में लाखों पौधे या तो सूख गए हैं या गल गए हैं। इस कारण राज्य सरकार को नौ अगस्त को पूरे राज्य में एक दिन में करोड़ से ज्यादा पौधा लगाने के मुहिम में बदलाव करना पड़ा है। अब ये पौधे एक दिन में नहीं लगाया जाएंगा। अभी से ही पौधे लगाने के अभियान की शुरुआत हो गयी है। यह अभियान अब लगातार नौ अगस्त चलेगा। इस दिन राज्य में कुल लगाये गए पौधों की गिनती होगी। वन विभाग की नर्सरी की हालत को देखते हुए अब मनरेगा के तहत पौधों की निजी नर्सरी से खरीदारी की जाएगी। अगर जरूरत पड़ी तो जीविका को भी निजी नर्सरी से खरीदकर पौधे दिये जाएंगे। लगातार बारिश से जिले में वन विभाग की आधे दर्जन से ज्यादा नर्सरी डूब गई है। शेरपुर अरण्य विहार प्रमंडलीय कार्यालय नर्सरी में भारी जलजमाव है। क्षेत्रीय वन अधिकारी उपेंद्र प्रसाद सिंह बताते हैं कि यहां के पौधों को बचाने और नर्सरी से पानी निकालने के लिए पंप लगाया गया है। पानी निकालने के उपाय जारी हैं। फिर भी 25-30 हजार पौधा बर्वाद हो गये हैं। मेडिकल कॉलेज, रामचंद्रपुर, साहेबगंज, मोतीपुर और मुरौल नर्सरी में भी जलजमाव के कारण लाख से अधिक पौधों को नुकसान हुआ है। डीएफओ एसके कर्ण बताते हैं कि इसके बावजूद वन विभाग जीविका को अपनी नर्सरी से लगातार पौधे उपलब्ध करा रहा है। जिले में सात लाख पौधों को लगाने का लक्ष्य है। इसके लिए पौधे तैयार किए जा रहे थे। लेकिन, जिले में रिकार्ड बारिश के कारण नर्सरी डूबे हुए हैं। जहां पानी निकालकर विभाग पौधों का बचाने की हरसंभव कोशिश कर रहा है। अभियान के लिए अधिक से अधिक पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे।

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