सूबे की फर्स्ट रेफरल यूनिट में मरीजों का इलाज ठप
मुजफ्फरपुर में स्वास्थ्य विभाग ने 56 प्रथम रेफरल अस्पतालों की पहचान की है जहाँ मरीजों का इलाज ठप है। गर्भवती महिलाओं के सीजेरियन और दुर्घटना में घायल मरीजों का इलाज नहीं हो रहा। कुढ़नी में अप्रैल से...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता सूबे के फर्स्ट रेफरल अस्पतालों में मरीजों का इलाज ठप है। स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे रेफरल अस्पतालों को चिह्नित किया है। पूरे बिहार में मरीजों को सेवा नहीं देने वाली 56 प्रथम रेफरल इकाई खोजी गई है, इनमें मुजफ्फरपुर के मीनापुर और कुढ़नी की प्रथम रेफरल इकाई भी शामिल है। प्रथम रेफरल इकाइयों में गर्भवती का सीजेरियन और दुघर्टना में घायल मरीजों का तुरंत इलाज करना है। इस इकाई की सबसे ज्यादा जिम्मेदारी गर्भवती का सीजेरियन करना है, ताकि गंभीर स्थिति की उनको सदर अस्पताल या मेडिकल कॉलेज नहीं जाना हो। क्षेत्रीय अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ सरिता शंकर का कहना है कि प्रथम रेफरल इकाई में मरीजों का इलाज क्यों नहीं हो रहा, इस बारे में सीएस से बात की जाएगी।
उधर, जिला स्वास्थ्य समिति के डीक्यूएसी डॉ संजय कुमार का कहना है कि वह प्रथम रेफरल इकाई की निगरानी नहीं करते हैं। यह काम डीपीएम का है। रेफरल इकाई में मरीजों को नहीं मिल रहा खून जिलों में चलने वाली प्रथम रेफरल इकाई में मरीजों को खून भी नहीं मिल रहा है। सूत्रों ने बताया कि यहां खून रखने की सुविधा नहीं है। प्रसव के दौरान या दुघर्टना में घायल लोगों के इलाज में कई बार खून चढ़ाने की नौबत आती है। यहां खून की व्यवस्था नहीं होने से मरीजों को दूसरी जगह लेकर जाना पड़ता है। प्रथम रेफरल इकाई में अनिवार्य रूप से ब्लड को स्टोर करके रखना है। स्वास्थ्य विभाग ने की है समीक्षा मरीजों को सेवा नहीं देने वाली प्रथम रेफरल इकाई की समीक्षा बीते शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने की। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के सीएस को निर्देश दिया कि प्रथम रेफरल इकाई में सीजेरियन से लेकर घायल मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्था की जाये। प्रथम रेफरल इकाई में तैनात डॉक्टर और नर्स अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद रहें। अप्रैल से जून तक कुढ़नी में एक भी सीजेरियन नहीं स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल से जून तक कुढ़नी में एक भी गर्भवती का सीजेरियन नहीं किया गया है। मीनापुर में सिर्फ एक गर्भवती का सीजेरियन किया गया है। मुजफ्फरपुर जिले में छह और प्रथम रेफरल इकाई खुलने की दौड़ में हैं, इनमें सकरा, औराई, गायघाट, मुरौल, पारू और साहेबगंज शामिल हैं। इन जगहों का असेसमेंट का काम पूरा हो चुका है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




