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नोटबंदी के बाद आयकर की रडार पर आये थे हवाला कारोबारी

चुनाव से पहले प्रवर्तन निदेशालय के हत्थे चढ़े मुजफ्फरपुर के कारोबारी राजकुमार गोयनका नोटबंदी के बाद ही आयकर विभाग की रडार पर आ गये थे। डमी कंपनी की आड़ लेकर अपने कर्मचारी कुणाल कुमार के नाम से लेनदेन...

नोटबंदी के बाद आयकर की रडार पर आये थे हवाला कारोबारी
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरThu, 24 Sep 2020 03:17 AM
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चुनाव से पहले प्रवर्तन निदेशालय के हत्थे चढ़े मुजफ्फरपुर के कारोबारी राजकुमार गोयनका नोटबंदी के बाद ही आयकर विभाग की रडार पर आ गये थे। डमी कंपनी की आड़ लेकर अपने कर्मचारी कुणाल कुमार के नाम से लेनदेन करते थे। आयकर के सर्वे के बाद उनके कर्मचारी के बयान पर ही मिठनपुरा थाने में केस कराया था। इसमें उसे गुमराह कर उसकी फोटो व अन्य दस्तावेज का गलत तरीके से इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था। फिलहाल केस मिठनपुरा थाने में लंबित है।

जानकारी हो कि राजकुमार गोयनका मोबाइल पार्ट्स का कारोबार करते हैं। मिठनपुरा में प्रतिष्ठान है। इनके खिलाफ पुलिस के अलावा आयकर, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) व आर्थिक अपराध इकाई जांच कर रही है। आय से अधिक संपत्ति मामले में ईडी ने दबोचा है।

रडार पर थे उत्तर बिहार के कई कारोबारी :

सूत्रों की मानें तो देश में नोटबंदी के बाद उत्तर बिहार के कई कारोबारी आयकर की रडार पर आए थे। टीम ने इन कारोबारियों की संपत्ति का सर्वे किया था। इस दौरान मोबाइल पार्ट्स कारोबारी राजकुमार गोयनका और उनके भाई आयकर के शिकंजे में आये थे। इसके बाद आईटी की जांच आगे बढ़ी थी। फिर इकी जांच प्रवर्तन निदेशालय के अधीन कर दी गई थी।

कोर्ट में चार्जशीट दाखिल नहीं :

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, केस जांच के अधीन है। अबतक कई आईओ भी बदल चुके हैं। मिठनपुरा पुलिस इस केस में अबतक चार्जशीट कोर्ट में दाखिल नहीं कर सकी है। मिठनपुरा पुलिस की मानें तो मामला कई जांच एजेंसियों के हवाले है। इसलिए भी जांच रफ्तार भी धीमी पड़ी हुई है।

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