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जन्मजात रक्तस्त्राव की बीमारी है हीमोफीलिया

हीमोफीलिया एक जन्मजात रक्तस्त्राव की बीमारी है। जो कि बच्चे में माता-पिता से आती है। इसमें बच्चे के खून में रक्त जमाने वाले एक फैक्टर की कमी होती है इस कारण बच्चे के माता-पिता को इससे काफी परेशानी...

जन्मजात रक्तस्त्राव की बीमारी है हीमोफीलिया
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरTue, 17 Apr 2018 09:25 PM
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हीमोफीलिया एक जन्मजात रक्तस्त्राव की बीमारी है। जो कि बच्चे में माता-पिता से आती है। इसमें बच्चे के खून में रक्त जमाने वाले एक फैक्टर की कमी होती है इस कारण बच्चे के माता-पिता को इससे काफी परेशानी होती है। ये बातें एसकेएमसीएच के सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. अवधेश कुमार ने कही। वे मंगलवार को आमगोला स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सुख-शांति भवन में बोल रहे थे। विश्व हीमोफीलिया दिवस पर आयोजित इस कार्यशाला में उन्होंने कहा कि अगर जोड़ों में रक्स्त्राव होगा तो बच्चा दिव्यांग हो सकता है। आंतरिक अंगो में रक्तस्त्राव हुआ तो मौत हो सकती है। इसके निदान के लिए निरंतर खून बदलने की जरूरत होती है। इसके लिए समाज में रक्तदान के लिए जागरूकता जरूरी है। संचालन करते हुए एचएल गुप्ता ने कहा कि इस बीमारी की भयावहता को देखते हुए सरकार ने इसे दिव्यांग के श्रेणी में रखा है। अत: हम सब इसकी जागरूकता के लिए पहल करे। राजयोगिनी बीके रानी दीदी ने कहा कि शुभ संकल्प की शक्ति से व राजयोग से बीमारी में आराम मिलता है। प्रियदर्शिनी बहन ने सबको शुभकामनाएं दी। मौके पर शंभू प्रसाद सिंह, पूर्व एडीएम सुरेंद्र प्रसाद, त्रिलोकी प्रसाद वर्मा, बीबी सिन्हा, मनोरंजन गुप्ता, शबनम सिन्हा व भारत भूषण भी मौजूद थे। धन्यवाज्ञापन डॉ. फणीशचंद्र ने किया।

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