बुजुर्ग महिलाओं ने नई पीढ़ी में भरा उत्साह
मुजफ्फरपुर। बुजुर्ग महिलाएं भी करवाचौथ रखने में आगे रहीं। पति की सलामती के लिए...
मुजफ्फरपुर। बुजुर्ग महिलाएं भी करवाचौथ रखने में आगे रहीं। पति की सलामती के लिए व्रत में कोई कसर नहीं छोड़ने का जज्बा नई पीढ़ी की महिलाओं में उत्साह भर रहा था। रमना मिसकोट लेन की 64 वर्षीया कुसुम गोयनका ने बताया कि 1977 में उनकी शादी हुई। तब से करवाचौथ कर रही है। पति के गुजर जाने के बाद वे बेटे की सलामती के लिए हर साल करवाचौथ करती है। बताया कि पति के साथ बेटे की सलामती को भी यह व्रत रखने का विधान है। वहीं 44 सालों से करवाचौथ कर रही सूतापट्टी की चंपा नाथानी ने बताया कि पति की सलामती के लिए रखे जाने व्रत में वह कोई कसर नहीं छोड़ती। अमर सिनेमा रोड की सुमित्रा देवी ने बताया कि 35 सालों से करवाचौथ कर रही हूं। व्रत कर पति व बेटे की लंबी आयु की कामना करती हूं।