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मिट्टी-बांस के दाम बढ़े, देवी-देवताओं की प्रतिमा पर चढ़ा महंगाई का रंग

आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण त्योहार हैं। इस माह गणेश चतुर्थी व विश्वकर्मा पूजा तो अगले माह अक्टूबर में दुर्गा पूजा की धूम मचेगी। इस दौरान श्रद्धालु पंडालों में देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित कर...

मिट्टी-बांस के दाम बढ़े, देवी-देवताओं की प्रतिमा पर चढ़ा महंगाई का रंग
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरThu, 06 Sep 2018 02:00 PM
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आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण त्योहार हैं। इस माह गणेश चतुर्थी व विश्वकर्मा पूजा तो अगले माह अक्टूबर में दुर्गा पूजा की धूम मचेगी। इस दौरान श्रद्धालु पंडालों में देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित कर विधिवत पूजा-अर्चना करेंगे।

इसके लिए पूजा समितियों ने प्रतिमाओं की बुकिंग शुरू कर दी है। वहीं, आर्डर के अनुसार मूर्तिकार प्रतिमा बनाने में जुट गए हैं। इस साल प्रतिमा पर महंगाई का असर ज्यादा दिख रहा है। मिट्टी व बांस के दाम बढ़ने से देवी-देवताओं की प्रतिमा पर महंगाई का रंग चढ़ गया है। नतीजा इस साल प्रतिमा खरीदने के लिए 10 से 15 प्रतिशत तक अधिक राशि देनी पड़ रही है।

अखाड़ाघाट स्थित श्रीमहामाया स्थान दुर्गा पूजा समिति के सदस्य चंदन कुमार व बिट्टू कुमार ने बताया कि पिछले साल जहां 20 हजार में प्रतिमा मंगवायी थी। वहीं, उसी तरह की प्रतिमा बनवाने के लिए इस साल 23 से 25 हजार तक लिए जा रहे हैं। इसकी भरपाई के लिए अन्य खर्चों में कटौती की जाएगी। वहीं, बैरिया के कुणाल व मयंक ने बताया कि मनपसंद प्रतिमा के दाम में बढ़ोतरी से बजट नहीं बिगड़े, इस कारण कम दाम वाली प्रतिमा बनवानी पड़ रही है। वहीं, साहूपोखर रोड के मूर्तिकार मुन्ना बताते हैं कि गणेश चतुर्थी व दुर्गा पूजा को लेकर अब तक लगभग 20 -30 प्रतिमा बनाने का आर्डर मिला है। बुकिंग पिछले माह से ही शुरू हो गई थी। बताया कि मिट्टी व बांस की कीमत बढ़ने से इस बार प्रतिमा के दाम 10-15 प्रतिशत तक बढ़ाए गए हैं। पिछले साल मिट्टी जहां तीन हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर आती थी, वहीं अब पांच हजार में मिल रही है। वहीं, ढुलाई खर्च 800 से 1600 रुपये हो गई है। पहले बांस 60-65 रुपये में खरीदते थे। इस साल दाम 140 रुपये हो गए हैं।

चंदा लेने का कार्य शुरू

गणेश चतुर्थी व दुर्गा पूजा को लेकर चंदा लेने का काम शुरू हो गया है। चंदे के हिसाब से ही पूजा-पंडाल की व्यवस्था में सभी जुटे हैं। गली-मोहल्ले, चौक-चौराहे के हर घर व दुकान से चंदा लिया जा रहा है।

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