वीडियो, औराई-मीनापुर नदियों से तबाह, शहरी इलाकों में जलजमाव से संकट
नेपाल व उत्तर बिहार में दो दिनों से हो रही भारी बारिश से कई जिलों में बाढ़ का खतरा फिर से बढ़ गया। मुजफ्फरपुर के साथ-साथ चंपारण व मिथिलांचल में नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। कई जगहों...
नेपाल व उत्तर बिहार में दो दिनों से हो रही भारी बारिश से कई जिलों में बाढ़ का खतरा फिर से बढ़ गया। मुजफ्फरपुर के साथ-साथ चंपारण व मिथिलांचल में नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। कई जगहों पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर हैं। बागमती कटौझा में खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर है। इससे औराई, कटरा व गायघाट में स्थिति और खराब हो गई है। यहां लखनदई, मनुषमारा, बागमती समेत पांच नदियों का पानी दो सप्ताह से तबाही मचा रहा है। औराई में लखनदेई का तटबंध फिर टूट गया। बूढ़ी गंडक सिकंदरपुर में खतरे के निशान से महज छह सेमी नीचे है। सिकंदरपुर से चंदवारा तक के निचले इलाकों में भारी जलजमाव है। बू्ढ़ी गंडक में कटाव से दूसरे दिन भी मीनापुर में आधा दर्जन घर बह गए। सरैया, साहेबगंज व मोतीपुर में डूबने से तीन लोगों मर गए। कांटी में थर्मल के एशडाइक के तटबंध टूटने से सैकड़ों एकड़ खेत में पानी फैल गया। वहीं सरैया, साहेबगंज व मोतीपुर में डूबने से तीन लोगों की मौत हो गई। दूसरी तरफ रेल ट्रैक पर बारिश का पानी चढ़ने से मुजफ्फरपुर जंक्शन से कई ट्रेनों के परिचालन बाधित हुआ।
दो दिनों से नेपाल व उत्तर बिहार के तराई इलाकों में हो रही बारिश से नदियां फिर उफनाने लगी हैं। अधिकांश नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है। मुजफ्फरपुर में लखनदई, मनुषमारा, बागमती के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। बू्ढ़ी गंडक में कटाव होने से दूसरे दिन भी मुजफ्फरपुर के मीनापुर में आधा दर्जन घर बह गए। पश्चिमी चंपारण में सिकरहना नदी का पानी फैलने से लौरिया-रामनगर व लौरिया-नरकटियागंज पथ पर आवागमन ठप हो गया है। मधुबनी में भारी बारिश से लौकही-नरहरिया एनएच-104 मांगनपट्टी के निकट कट गई है। हालांकि कमला नदी जयनगर में खतरे के निशान से नीचे है। सीतामढ़ी में लगातार तीन दिनों से बारिश और बागमती नदी में उफान से बाढ़ का पानी सुप्पी प्रखंड के के कई गांवों में घुस गया है।