बीमार लोगों का दुख-दर्द दूर करते डॉक्टर, ऋण नहीं चुका सकता समाज
जैसे भगवान हमारे दु:ख दर्द दूर करते हैं, वैसे ही डॉक्टर भी दूर करते हैं। इसलिए डॉक्टर को भगवान का रूप कहा जाता है। डॉक्टरों का ऋण समाज नहीं चुका सकता। ये बातें राजयोगिनी बीके रानी दीदी ने कही। वे...
जैसे भगवान हमारे दु:ख दर्द दूर करते हैं, वैसे ही डॉक्टर भी दूर करते हैं। इसलिए डॉक्टर को भगवान का रूप कहा जाता है। डॉक्टरों का ऋण समाज नहीं चुका सकता। ये बातें राजयोगिनी बीके रानी दीदी ने कही। वे सोमवार को आमगोला प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विवि के सभागार में डॉक्टर्स डे पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रही थी। डॉ. बीएल सिंघानिया ने कहा कि समाज में डॉक्टरों से अपेक्षा बढ़ गयी है। डॉक्टर मरीज के स्वास्थ लाभ के लिए मेहनत करता है और मरीज ठीक हो जाता है। डॉ. ब्रजमोहन ने कहा कि समाज में चिकित्सकों के प्रति दुर्व्यवहार की घटनाएं होना ठीक नहीं है। डॉ. एनकेपी सिंह ने कहा कि यह दिवस डॉ. बीसी राय के जन्मदिन पर मनाया जाता है। वे पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहते हुए भी प्रतिदिन 1-2 घंटे मरीजों की सेवा करते थे। डॉ. अवधेश कुमार ने कहा डॉक्टर का जीवन त्याग, तपस्या व सेवा का जीवन है।
डॉ. जलेश्वर प्रसाद ने कहा कि समाज की सेवा के लिए चिकित्सक हैं। इससे पूर्व बीके रानी दीदी ने सभी चिकित्सकों को तिलक लगाया, माला पहनाया व अंगवस्त्र देकर स्वागत किया। संचालन एचएल गुप्ता व धन्यवाद ज्ञापन बीके फणीशचन्द्र ने किया। मौके पर डॉ. प्रवीण चन्द्रा, डॉ. गोपाल सहनी, डॉ. कंचन कुमार, डॉ. शोभना चन्द्रा, डॉ. निमिषा कुमारी, डॉ. आशु रानी, नागेन्द्रनाथ ओझा, डॉ. आलोक कुमार भी थे।