59 कर्मियों की जिलाधिकारी ने काटी हाजिरी
डीएम चंद्रशेखर सिंह ने योगदान देने के बाद पहले सोमवार को सुबह पौने 11 बजे सभी कार्यालयों की हाजिरी रजिस्टर की जांच की। इसमें 59 कर्मचारी बिना किसी आवेदन के या कारण बताये कार्यालय से लापता पाए गए।...
डीएम चंद्रशेखर सिंह ने योगदान देने के बाद पहले सोमवार को सुबह पौने 11 बजे सभी कार्यालयों की हाजिरी रजिस्टर की जांच की। इसमें 59 कर्मचारी बिना किसी आवेदन के या कारण बताये कार्यालय से लापता पाए गए। इसमें आईटी मैनेजर भी शामिल थे। डीएम ने अनुपस्थित सभी अधिकारियों-कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। इस कार्रवाई से कलेक्ट्रेट परिसर में हड़कंप मच गया है।
सुबह डीएम निर्धारित समय पर कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहां उन्होंने 15 मिनट की प्रतीक्षा के बाद पौने 11 बजे सभी कार्यालयों की हाजिरी रजिस्टर मंगवायी। जांच के क्रम में पता चला कि कुल 59 कर्मचारी व अधिकारी अनुपस्थित थे। इन्होंने अपनी अनुपस्थिति के लिए कोई आवेदन नहीं दिया था। इनमें जिले के आईटी मैनेजर भी शामिल थे। उनको जब फोन किया गया तो उन्होंने बताया कि जाम में फंसे हैं। इसके बाद उनकी भी हाजिरी काटी गई। डीएम ने अनुपस्थित सभी कर्मियों व अधिकारियों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया। साथ ही सभी को चेतावनी दी कि वे साढ़े 10 बजे कार्यालय पहुंच जाएं और अगले 10 मिनट में निश्चित तौर पर हाजिरी बना लें। डीएम ने कहा कि प्रत्येक दिन पौने ग्यारह बजे उनके समक्ष हाजिरी रजिस्टर प्रस्तुत की जाए।
बायोमेट्रिक सिस्टम न लगने पर जतायी नाराजगी
इस दौरान डीएम ने अधिकारियों से पूछा कि सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देश के बावजूद अब तक बायोमेट्रिक सिस्टम से हाजिरी क्यों नहीं बन रही है। इसपर डीडीसी उज्ज्वल कुमार सिंह ने बताया कि प्रायोगिक तौर पर एक-दो प्रखंड में बायोमेट्रिक सिस्टम लगाया गया था, लेकिन किसी ने गोंद डालकर उसे खराब कर दिया। इसके बाद बायोमेट्रिक मशीन लगाने की कोशिश नहीं की गई। डीएम ने इसपर गहरी नाराजगी जतायी।
जिले में क्यों नहीं हुआ आदेश का पालन
डीएम ने कहा कि एक साल से पूरे राज्य में बायोमेट्रिक सिस्टम लागू है। अब यहां भी बायोमेट्रिक सिस्टम से बनी हाजिरी के आधार पर ही वेतन भुगतान होगा। सभी कार्यालय में जल्द बायोमेट्रिक लगाने का आदेश दिया।