यौन हिंसा के खिलाफ कलेक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन
महिलाओं व बच्चियों पर हो रहे यौन हिंसा, बढ़ी दुष्कर्म की घटनाओं और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होने के विरोध में आंदोलन होगा। इसको लेकर मंगलवार को ऐपवा, इंकलाबी नौजवान सभा व आइसा की ओर से संयुक्त...
महिलाओं व बच्चियों पर हो रहे यौन हिंसा, बढ़ी दुष्कर्म की घटनाओं और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होने के विरोध में आंदोलन होगा। इसको लेकर मंगलवार को ऐपवा, इंकलाबी नौजवान सभा व आइसा की ओर से संयुक्त रूप से कलेक्ट्रेट में धरना दिया। इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गयी।
मौके पर वक्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरएसएस के इशारे पर जम्मू-कश्मीर व यूपी में चिह्नित बलत्कारियों को संरक्षण दिया जा रहा है। मुजफ्फरपुर के साथ बिहार में महिलाओं के साथ यौन हिंसा, हत्या जैसी घटनाएं लगातार हो रही हैं। गांव से लेकर शहर तक यह स्थिति है। इसके बाद भी सरकार इस पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि दिनदहाड़े लूट, हत्या, छिनतई की घटना भी बढ़ी हैं। इस पर रोक लगनी चाहिए। अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन होगा। इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार होगी। कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल रोकने के नाम पर छात्र-छात्राओं कपड़-जूत निकलवाकर व फुल शॉर्ट को फाड़कर प्रताड़ित किया जा रहा है। यह मानावाधिकार का हनन है। मौके पर ऐपवा की जिलाध्यक्ष शारदा देवी, उपाध्यक्ष प्रमिला देवी, जिला सचिव शर्मीला देवी, आइसा के विवि अध्यक्ष मधुसुदन, जिला संयोजक विकेश कुमार, इंकलाबी नौजवान सभा के जिला संयोजक संतोष कुमार, राहुल सिंह आदि ने विचा रखे। इस दौरान एक प्रतिनिधिमंडल ने डीएम को पांच सूत्री मांगों का आवेदन भी सौंपा।