बनघारा में बाढ़ की स्थिति जानने गए रघई के मुखिया पर जानलेवा हमला
जिले में बाढ़ का कहर जारी है। नदियां विकराल रूप ले रही हैं। मीनापुर प्रखंड भी बाढ़ की चपेट में है। कई पंचायत के सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। फिलहाल प्रशासन का सीमित इलाकों तक ही...
जिले में बाढ़ का कहर जारी है। नदियां विकराल रूप ले रही हैं। मीनापुर प्रखंड भी बाढ़ की चपेट में है। कई पंचायत के सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। फिलहाल प्रशासन का सीमित इलाकों तक ही राहत पहुंच सका है। अभी दर्जनों परिवार इससे वंचित हैं। इस बीच शुक्रवार की शाम राहत नहीं मिलने से नाराज बाढ़ पीड़ितों ने रघई पंचायत के मुखिया चंदेश्वर प्रसाद पर बनघारा में जानलेवा हमला कर दिया। उनके साथ हाथापाई भी की। लोगों के हस्तक्षेप के बाद मुखिया को बचाया जा सका।
हमले से बचाए जाने के बाद मुखिया जख्मी स्थिति में ही धरना पर भी बैठ गए, लेकिन उनके समर्थकों और पहचान वालों के कहने पर धरना से हटे। इसके बाद उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है। दो हमलवारों की उन्होंने पहचान भी की है। वहीं, सिवाईपट्टी पुलिस घटना की जानकारी होने पर मौके पर पहुंच छानबीन की। स्थानीय लोगों से भी इसकी जानकारी ली गई। फिलहाल मुखिया का बयान नहीं हो सका है। बयान होने के बाद आगे की कानूनी प्रक्रिया की जाएगी। एसएसपी जयंतकांत ने कहा कि मामले की जांच कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुखिया बाढ़ की स्थिति पता करने गए थे :
पैक्स अध्यक्ष देवकी सहनी ने बताया कि रघई पंचायत के वार्ड संख्या पांच में सामुदायिक किचन की व्यवस्था नहीं होने से बाढ़ पीड़ित नाराज थे। मुखिया बनघारा बाढ़ की स्थिति जानने गए थे, जहां पीड़ित और इनके बीच राहत सामग्री व सामुदायिक किचेन शुरू कराने को लेकर विवाद हो गया। इसमें पीड़ितों ने मुखिया पर हमला बोल दिया। इसमें वह जख्मी हो गए। घटना के बाद से इलाके में तनाव है।
सात लोगों ने किया मुखिया पर जानलेवा हमला :
मुखिया समर्थक रंजीत कुमार ने बताया कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान बनघारा के समीप सात लोगों ने उनपर जानलेवा हमला कर दिया। इसमें से दो की मुखिया ने पहचान भी कर ली है। मुखिया के सीने पर गंभीर चोटें आयी है। मालूम हो कि, एक दिन पहले गुरुवार को वार्ड संख्या पांच के लोगों ने मुखिया पर बाढ़ राहत वितरण में भेदभाव करने का आरोप लगाया था। साथ ही वार्ड पांच में सामुदायिक किचेन चलाने की मांग भी की थी।