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वीडियो : कोरोना वायरस से बचाएगी भारतीय जीवनशैली 

कोरोना वायरस को लेकर अधिक भ्रम पालने की आवश्यकता नहीं है। यदि हम भारतीय संस्कृति के अनुसार अपनी जीवनशैली व अनुशासन का पालन करें तो इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा। अभी जिस तरीके से कई देशों में कोरोना का...

वीडियो : कोरोना वायरस से बचाएगी भारतीय जीवनशैली 
मुजफ्फरपुर | कार्यालय संवाददाताFri, 06 Mar 2020 04:05 PM
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कोरोना वायरस को लेकर अधिक भ्रम पालने की आवश्यकता नहीं है। यदि हम भारतीय संस्कृति के अनुसार अपनी जीवनशैली व अनुशासन का पालन करें तो इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा। अभी जिस तरीके से कई देशों में कोरोना का फैलाव हो रहा है, उसको देखते हुए अलर्ट रहने की आवश्यकता है। 
ये बातें दिल्ली के एक जानेमाने अस्पताल के जीवाणु विशेषज्ञ कर्नल डॉ. पार्थो राय ने गुरुवार की देर शाम माड़ीपुर स्थित एक होटल में कही। मौका था मुजफ्फरपुर इन्फेक्सियस डिजीज सोसायटी की ओर से कोरोना वायरस व स्वास्थ्य शिक्षा पर परिचर्चा का।उन्होंने बताया कि 150 तरह के कोरोना वायरस हैं, लेकिन अभी चीन में जिस वायरस का प्रकोप है, वह नोवेल कोरोना है। यह पुराने कोरोना वायरस से बिल्कुल अलग है। अमूमन कोरोना वायरस जानवरों में पाया जाता है, लेकिन नोवेल कोरोना मनुष्य में कैसे प्रवेश किया, यह अभी शोध का विषय है। यह हम नहीं कह सकते हैं कि हमारे देश में इसका प्रभाव नहीं हो सकता है। ऐसे भी स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छ रहना जरूरी है। छींकने के दौरान रूमाल नाक पर रखना चाहिए। इस उपाय के साथ बचने की जो अन्य राय जारी की गई है, उसका भी पालन करें। परिचर्चा में शहर के कई डॉक्टरों ने भाग लिया। मौके पर डॉ. वीरेन्द्र किशोर, डॉ. रंगीला सिन्हा, डॉ. ज्ञानेन्द्र प्रसाद सिंह, डॉ. रामजी प्रसाद, डॉ. जलेश्वर प्रसाद, डॉ. भारतेन्दु, डॉ. गोपालशंकर सहनी, डॉ. रामगोपाल जैन, डॉ. पल्लवी राय, डॉ. पल्लवी सिन्हा, डॉ. प्राची सिंह, डॉ. सीपी वर्मा, डॉ. एसपी श्रीवास्तव, डॉ. कृष्णनंदन प्रसाद आदि उपस्थित थे। अध्यक्षता डॉ. बीएन झा ने की। संचालन डॉ. एके मिश्रा व धन्यवाद ज्ञापन आईएमए के अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार ने किया। 
रहें सचेत, बचाव के लिए एन मास्क पहनें
कर्नल डॉ. पार्थो राय ने कहा कि आमजन के साथ डॉक्टरों को भी सचेत रहना चाहिए। कोरोना का नया वायरस किस माध्यम से फैला, इसका अभी कोई पता नहीं चल रहा है। कई तरह की भ्रांतिया फैल गई हैं। कहा जा रहा है कि यह कच्चे मीट खाने वाले या मांसाहारी को अपनी चपेट में ले रहा है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो रही है। इससे बचाव का प्रमुख उपाय है कि एन मास्क पहनें। एन मास्क का मतलब है कि वैस मास्क जो जमाकर बनाया गया हो। उन्होंने कहा कि मास्क पहना चाहिए। मास्क से वायरस न बाहर निकलेगा और न ही प्रवेश करेगा। 
80 फीसदी से अधिक संक्रमित मरीज स्वयं ठीक हो जाते 
विशेषज्ञ ने कहा कि अलर्ट रहने की जरूरत है। घबराने या डरने की आवश्यकता नहीं है। यह वायरस काफी कमजोर होता है। पीड़ित अगर सही से रहे तो एक सप्ताह के अंदर यह ठीक हो सकता है। डॉक्टरों के कई मेडिकल तकनीकी सवालों का जवाब डॉ. राय ने दिया। इस दौरान कार्यक्रम के संयोजक डॉ. निशीन्द्र किंजल्क  ने कहा कि 80 प्रतिशत से अधिक कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति स्वयं ठीक हो जाते हैं। इसलिए घबराने की आवश्यकता नहीं है। 
परिचर्चा की महत्वपूर्ण बातें
हाथ मिलाने की जगह प्रणाम करें या नमस्कार बोलें
बच्चों को कहीं से आकर चुमने से बचें 
किसी तरह की शारीरिक समस्या होने पर डॉक्टर से मिलें 
नोवेल कोरोना वायरस के लिए कोई इंजेक्शन दवा नहीं है 
पोषक आहार लें, साफ-सफाई पर अधिक ध्यान दें 

 

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