टीकाकरण पर सीएस व सीएचसी प्रभारी में विवाद, स्पष्टीकरण
सीएचसी प्रभारी पर अमर्यादित भाषा के प्रयोग का आरोप सिविल सर्जन व प्रभारी चिकित्सा...
कोरोना टीकाकरण महाअभियान की शत-प्रतिशत सफलता के लिए प्रशासनिक महकमे में लगातार हलचल है। इस बीच सिविल सर्जन व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते हुए आमने-सामने आ गए हैं। सिविल सर्जन ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के खिलाफ असंसदीय भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने भी सिविल सर्जन पर मर्यादा से बाहर होकर बात करने का आरोप लगाया है।
सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोचहां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मणिशंकर चौधरी पर मंगलवार की शाम मोबाइल पर बात करने के दौरान असंसदीय व अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा है। स्पष्टीकरण नहीं देने पर प्रपत्र क गठित करते हुए विभागीय कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। सिविल सर्जन ने बताया कि मंगलवार को 6.50 बजे संध्या मोबाइल पर बात करने के दरमियान डॉ चौधरी की भाषा सुनकर वे स्तब्ध रह गए और कॉल कट कर दिया। इसके बाद कार्रवाई से पहले स्पष्टीकरण मांगा है।
वहीं सीएचसी प्रभारी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वे कभी अपशब्द नहीं बोलते हैं। डॉ चौधरी सौतेला व्यवहार करने की बात करते हुए अनाप-शनाप बोलने लगे इस पर स्तब्ध होकर सिर्फ कहा कि फोन रखिए। सिविल सर्जन द्वारा स्पष्टीकरण मांगे जाने पर सीएचसी प्रभारी डॉ चौधरी ने बताया हमारे पास वेरीफायर नहीं है डाटा ऑपरेटर भी नहीं है, मैनेजर भी लापता है, ऐसे में महाअभियान के तहत वैक्सीनेशन का सौ प्रतिशत डोज पूरा करने का लक्ष्य है उसमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हमने सिविल सर्जन से मैनेजर व वेरीफायर की मांग की है, उसी पर वे भड़क गए और अनाप-शनाप बोलने लगे। स्पष्टीकरण का लेटर भी निकाल दिया।