नौ प्रखंडों में हालत गंभीर, आज से सामुदायिक किचन
बड़ी संख्या में लागों ने बांध, सड़क व ऊंचे स्थलों पर ली शरण -विस्थापितों के बीच राहत का वितरण आज से किया जाएगा शुरू मुजफ्फरपुर। वरीय संवाददाता जिले में बाढ़ का असर अब नौ प्रखंडों तक पहुंच गया है।...

जिले में बाढ़ का असर अब नौ प्रखंडों तक पहुंच गया है। जिला प्रशासन ने इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि जहां स्थिति गंभीर है। वहां शुक्रवार से राहत कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस क्रम में फूड पैकेट का वितरण, सामुदायिक किचन का संचालन व पॉलीथिन शीट का वितरण आदि किया जाएगा। जिले में जिन प्रखंडों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हुई है, उनमें पारू, सरैया, साहेबगंज, मोतीपुर, औराई, कटरा, गायघाट बंदरा व मुशहरी के कुछ इलाके शामिल हैं। इन प्रखंडों में बड़ी संख्या में लोगों के घरों में पानी घुस आया है। घर से विस्थापित लोगों ने सामुदायिक भवन, स्कूल, बांध, सड़क व ऊंचे स्थानों पर शरण ले रखी है। गुरुवार तक इन विस्थापितों को किसी तरह की सरकारी सहायता नहीं मिल पायी है। अपर समाहर्ता अतुल प्रसाद वर्मा ने बताया कि गुरुवार से सामुदायिक किचन शुरू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शुक्रवार से इन जगहों पर पीड़ितों के बीच पके भोजन का वितरण किया जाएगा। इसके अलावा पीड़ितों को सूखे भोजन का पैकेट भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा उनके स्वास्थ्य जांच का भी प्रबंध किया गया है। शहर के बाहरी हिस्सों पर और दबाव जिले में बूढ़ी गंडक के खतरे के निशान के ऊपर जाते ही शहर के बाहरी हिस्से पर दबाव और बढ़ गया है। करीब ढाई दर्जन मोहल्ले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इन मोहल्लों में अबतक नाव की तैनाती नहीं की गई है। लोगों को आने जाने व घरों की सुरक्षा में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। शहर के जिन इलाकों में घरों में पानी घुस गया है, उनमें झील नगर, कुर्परी नगर, बालूघाट, चंदरबरदाई नगर, हनुमंत नगर, शेखपुर ढाव, विजय छपरा, अब्दुल नगर, व शहर से सटा इलाका मिठनसराय के अलावा शहर में जाकरिया कॉलोनी, अमरूद बागान आदि शामिल हैं। बूढ़ी गंडक का पानी इन मोहल्लों में तेजी से बढ़ने के साथ ही सिकंदरपुर से पश्चिमी मुशहरी के तरफ तेजी से गांवों में फैल रहा है।
