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स्वस्थ होने तक टीबी मरीजों का फॉलोअप करना अनिवार्य

स्वस्थ रहने तक टीबी (यक्ष्मा) के मरीजों का फॉलोअप करना अनिवार्य है। इसमें सभी तरह के तकनीकी कर्मियों को अनिवार्य रूप से काम करना है। यह निर्देश सोमवार को सदर अस्पताल रोड स्थित जिला यक्ष्मा केन्द्र...

स्वस्थ होने तक टीबी मरीजों का फॉलोअप करना अनिवार्य
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरTue, 28 Jan 2020 01:30 AM
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स्वस्थ रहने तक टीबी (यक्ष्मा) के मरीजों का फॉलोअप करना अनिवार्य है। इसमें सभी तरह के तकनीकी कर्मियों को अनिवार्य रूप से काम करना है। यह निर्देश सोमवार को सदर अस्पताल रोड स्थित जिला यक्ष्मा केन्द्र में राज्य स्वास्थ्य समिति की टीम व डब्ल्यूएचओ के साथ बैठक में सभी तकनीकी कर्मियों को दिया गया।

टीम ने कई बिन्दुओं पर टीबी बीमारी से पीड़ित मरीजों पर नजर रखने व उनका फॉलोअप करने को कहा। अधिकारियों की टीम ने कहा कि समन्वय सही से होना चाहिए। वर्ष 2025 तक इस बीमारी को पूरे देश से उन्मूलन करना है। इसको देखते हुए कार्ययोजना बनी है। अब तक संदिग्ध मरीजों की जांच होती थी। बीमारी की पुष्टि होने पर उनका अंतिम पक्ष तक फॉलोअप नहीं हो रहा था। इसको दूर करने को कहा गया है। टीम ने कहा कि आपसी समन्वय अहम पक्ष है। इसका पालन करना है। अगर कोई मरीज दवा खाने से ठीक हो जाता है तो उसके बाद भी उसका फॉलोअप करते रहना है। दवा रेसिस्टेंट कर जाती है तो उसको एमडीआर के तहत इलाज करवाना सुनिश्ति करना है। कई प्रखंडों में फॉलोअप की स्थिति संतोषजनक नहीं होने पर आपत्ति की गयी। संबंधित तकनीकी कर्मियों को सुधार करने को कहा गया।

जिला यक्ष्मा अधिकारी डॉ. एके सिन्हा ने कहा कि अभी आठ हजार मरीज हैं, जिनको दवा दी जा रही है। 29 एड्स के मरीज हैं, जिनको यह बीमारी है। टीम के निर्देशानुसार पोषाहार राशि का भुगतान, बलगम जांच, दवा शुरू होने व बीमारी ठीक होने तक मुख्य रूप से फॉलोअप करना है। तकनीकी कर्मियों को आपसी समन्वय बनाकर टीम स्प्रीट के साथ काम करने आदेश दिया है। मौके पर डब्ल्यूएचओ के डॉ. कुमार गौरव, डॉ. राजीव पाठक, राज्य स्वास्थ्य समिति की टीबी विंग की प्रभारी आंकाक्षा समेत सभी एसटीएलएस और तकनीकी कर्मी, राज्य स्वास्थ्य समिति के कई कर्मी थे।

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