पंचायत चुनाव पर पड़ेगा विधायकों की जीत-हार का असर
प्रमुख संवाददाता, विभेष त्रिवेदी
मुजफ्फरपुर
पंचायत चुनाव पर बिहार विधानसभा चुनाव के समीकरणों का असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। विधानसभा चुनाव संपन्न होते ही पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में वर्तमान मुखिया और भावी प्रत्याशियों ने जिस तरह की ‘खेती की, उन्हें वैसी फसल काटनी पड़ेगी। विधानसभा चुनाव में अलग-अलग पंचायतों के मुखिया कहीं हवा का रुख देखते हुए और कहीं हवा का रुख बदलने के लिए खुलकर मैदान में उतरे। दूरदर्शी मुखिया अपने चुनाव को ध्यान में रखते हुए विधानसभा चुनाव में किसी उम्मीदवार के पक्ष या विपक्ष में खुलकर सामने नहीं आए। इस चुनाव में पराजित कई पूर्व विधायकों का स्पष्ट मानना है कि विधानसभा चुनाव में मुखिया की भूमिका और चुनाव परिणाम का जगह-जगह असर पड़ेगा।
दलीय-जातीय समीकरण का प्रभाव
पूर्व राजद विधायक डॉ. सुरेंद्र यादव ने बताया कि विधानसभा चुनाव में जो जातीय और दलीय समीकरण बने, कहीं न कहीं उन समीकरणों का प्रभाव पंचायत चुनाव पर अवश्य पड़ेगा। मुखिया भी जनता के बीच रहते हैं। टूटते-बनते समीकरणों में उनकी भी भूमिका रही। उन्होंने बताया कि पंचायत चुनाव में स्थानीय राजनीति और मुद्दों का प्रभाव पड़ता है। पंचायत चुनाव के दौरान जब विधायक किसी के पक्ष-विपक्ष में काम करते हैं तो इसका जवाब विधानसभा चुनाव में मिलता हे। ठीक उसी तरह मुखिया भी विधानसभा चुनाव के दौरान जैसी भूमिका निभाते हैं, वैसा जवाब पंचायत चुनाव में मिलता है। इन बातों को ध्यान में रख्ते हुए उन्होंने पंचायत चुनाव से दूर रहने की बात कही है।
कई मुखिया को महंगा पड़ेगा
कुढ़नी के पूर्व भाजपा विधायक केदार गुप्ता ने बताया कि जिन लोगों ने विधानसभा चुनाव में एनडीए के खिलाफ काम किया, एनडीए समर्थक वोटर उनका पंचायत चुनाव में विरोध करेंगे। कुछ मुखिया डरे हुए थे। वे खुलकर किसी के पक्ष में नहीं आए। वहीं कई मुखिया खुलकर सक्रिय रहे। उन्होंने भविष्यवाणी की है कि जिस मुखिया ने भाजपा का विरोध किया, भाजपा समर्थक वोटर पंचायत चुनाव में उन्हें वोट नहीं देंगे। विधानसभा चुनाव में मुखिया एवं भावी उम्मीदवारों की भूमिका को ध्यान में रखते हुए जनता उन्हें सबक देगी। गायघाट के पूर्व विधायक महेश्वर प्रसाद यादव ने बताया कि हाल में संपन्न चुनाव का पंचायत चुनाव पर काफी असर देखा जाएगा। कई मुखिया विधानसभा चुनाव में बहुत ज्यादा सक्रिय थे। क्षेत्र की जनता मुखिया की भूमिका को गौर से देख रही थी। कई मुखिया प्रत्याशियों से पैसे लेकर उनके पक्ष में वोटरों को गोलबंद करने में जुटे रहे। वैसे मुखिया को पंचायत चुनाव महंगा पड़ेगा।
मुखिया बोले-नहीं पड़ेगा प्रभाव
जिला मुखिया संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रियदर्शनी शाही का मानना है कि पंचायत चुनाव में विधानसभा चुनाव के परिणाम का कोई असर नहीं पड़ेगा। मुखिया के काम, उनकी छवि और व्यवहार तथा अन्य स्थानीय मुद्दों का पंचायत चुनाव पर प्रभाव रहेगा। कई वर्तमान और पूर्व मुखिया का भी मानना है कि पंचायत चुनाव पर विधानसभा चुनाव का असर नहीं पड़ेगा। मीनापुर की टेंगरारी पंचायत की मुखिया नीलम देवी और मोतीपुर की पगहिया पंचायत के पूर्व मुखिया शशिरंजन सिंह का कहना है कि पंचायत चुनाव पर विधानसभा का कोई असर नहीं पड़ेगा। वोटर यह देखेंगे कि किसकी जीत से जनता को सहूलियत होगी।