नहीं मिलता सुकून, अब जुब्बा सहनी पार्क में धुएं से घुटता दम
जुब्बा सहनी पार्क में सुकून की जगह लोगों का धुएं से दम घुटता है। शाम ढलने के बाद बिजली गुल होने पर जनरेटरों का धुआं पूरे पार्क को अपनी गिरफ्त में ले लेता है। ये जनरेटर बच्चों के मनोरंजन के नाम पर...
जुब्बा सहनी पार्क में सुकून की जगह लोगों का धुएं से दम घुटता है। शाम ढलने के बाद बिजली गुल होने पर जनरेटरों का धुआं पूरे पार्क को अपनी गिरफ्त में ले लेता है। ये जनरेटर बच्चों के मनोरंजन के नाम पर पार्क में अवैध रूप से लगे झूले व खेल-तमाशों वालों का है। इस कारण पार्क आने वाले लोगों को जहरीली हवा के बीच समय गुजारना पड़ता है।
बीते बुधवार को पार्क की हालत व कुव्यवस्था को देखकर नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव ने नाराजगी जताई थी। नए साल के नाम पर विशेष मनोरंजन के लिए पार्क में लगे झूले व खेल-तमाशे वालों के साथ गुब्बारे, गोल-गप्पे व चाट दुकानदारों ने अब यहां स्थाई डेरा डाल दिया है। औने-पौने भाड़े पर ये अवैध व मनमाने ढंग से पूरे पार्क पर कब्जा जमाए हुए हैं। प्रधान सचिव ने पार्क की हालत व अंदर लगी अवैध दुकानों पर कड़ी नाराजगी जताई। पार्क में खुले गोदना के औचित्य पर भी सवाल उठाया। विभागीय सूत्रों के अनुसार, उन्होंने इस मामले में नगर आयुक्त संजय दूबे से रिपोर्ट मांगी है। जुब्बा सहनी पार्क के निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने प्रधान सचिव को यहां बनी मधुबनी पेंटिंग व सौंदर्यीकरण के लिए हो रहे काम के बारे में जानकारी दी। लेकिन, वह इससे खुश नजर नहीं आए। इससे पहले उन्होंने पार्क के जीर्णोद्धार के लिए बने एक करोड़ के डीपीआर पर भी आपत्ति जताई और इसको संशोधित करने का निर्देश दिया।