कोरोना से बचकर आया तो ब्वॉयलर विस्फोट ने ले ली जान
ब्वॉयलर विस्फोट में जान गंवाने वाला विनोद कोरोना से बचने गांव आया था। मुशहरी के सलहां गांव निवासी विनोद इससे पहले बेंगलुरु में काम करता था। लॉकडाउन...

मुशहरी। हिन्दुस्तान संवाददाता
ब्वॉयलर विस्फोट में जान गंवाने वाला विनोद कोरोना से बचने गांव आया था। मुशहरी के सलहां गांव निवासी विनोद इससे पहले बेंगलुरु में काम करता था। लॉकडाउन में गांव आया तो उसे बेला की इस फैक्ट्री में काम मिल गया था। पूरे परिवार का बोझ उठाने वाला विनोद ब्वॉयलर विस्फोट की भेंट चढ़ गया।
36 वर्षीय विनोद रविवार को फैक्ट्री से छुट्टी पर रहता था। उसे खेत में खाद पटाने जाना था। तभी फैक्ट्री से बुलावा आया। खेत का काम छोड़ फैक्ट्री चला गया। उसके शव की पहचान पिता लखींद्र राय ने की। विनोद के घर में एक मंदबुद्धि भाई है। पत्नी व चार बच्चे हैं। घर में बूढ़े पिता भी हैं। सभी का भरण-पोषण वह अकेले उठा रहा था। बेला में काम मिलने के बाद वह खुश रहता था। नौकरी के अलावा वह समय निकालकर खेती भी कर लेता था। पिता लखींद्र राय ने रोते-रोते कहा कि अब घर का बोझ कौन उठाएगा। गांव वाले भी बताते हैं कि विनोद काफी सुलझा व मेहनती था। मिलनसार होने कारण सभी उसके मुरीद थे।
