दिल्ली से ऑनलाइन संचालित हो रहे एक भारत श्रेष्ठ भारत प्रशिक्षण शिविर के चौथे दिन गुरुवार को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, कला व संस्कृति मंत्री प्रमोद कुमार और बिहार-झारखंड एनसीसी निदेशालय के एडीजी मेजर जनरल एम इंद्रबालन ने विभिन्न सत्रों में विचार वक्त किये। साथ ही कैडेटों का हौसला बढ़ाया। बिहार के गौरवशाली इतिहास की जानकार भी दी। वहीं, दिल्ली के कैडेटों ने उपमुख्यमंत्री व मंत्री से कई सवाल पूछे।
पहले सत्र में उप मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के दौरान कैडेटों के कार्य को सराहा व उनका मनोबल बढ़ाया। बिहार के तीर्थ स्थलों की जानकारी दी। कहा कि पितृपक्ष के दौरान हर जगह से लोग बिहार के गया आते हैं और पूर्वजों की पूजा करते हैं। बिहार में मोक्ष पाए माता-पिता की भी लोग पूजा करते हैं। इसके अलावा वैशाली, बोधगया, केसरिया आदि पर्यटक स्थल के संबंध में कैडेटों को जानकारी दी।
मंत्री ने सोनपुर मेला के रोमांच के बारे में बताया :
इसके बाद एडीजी मेजर जनरल एम इंद्रबालन ने कैडेटों को कारगिल युद्ध के बारे में बताया। साथ ही उनके कार्यों की सराहना की। आगे भी इस प्रकार कार्य करते रहने को कहा। अंतिम सत्र में बिहार सरकार के कला एवं संस्कृति मंत्री प्रशिक्षण कैंप में ऑनलाइन जुड़े। कैंप की विशेषता के बारे में जानकारी दी। एनसीसी कैडेट रहते खुद का अनुभव साझा किया। सोनपुर मेला में तैनाती के दौरान किए गए कार्यों को बताया। सोनपुर मेला के रोमांच के बारे में बताया। कहा कि यह एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला है। हाथी से लेकर खादी तक के सामान मिलते हैं। इसके अलावा एनसीसी कैडेटों को कला एवं संस्कृति विभाग से मिलने वाली योजनाओं की भी जानकारी दी।