बेला विस्फोट: हादसे से अटकी परिजनों की अटकी सांस, छुट्टी से बची कई की जान
बेला स्थित फैक्ट्री में ब्वॉयलर फटने से कई की मौत और दर्जनों लोगों के घायल होने की खबर फैलते ही परिजन बेचैन हो गए। प्रखंड मुख्यालय चौक पर पान...

मुशहरी। हि. सं.
बेला स्थित फैक्ट्री में ब्वॉयलर फटने से कई की मौत और दर्जनों लोगों के घायल होने की खबर फैलते ही परिजन बेचैन हो गए। प्रखंड मुख्यालय चौक पर पान दुकानदार हरेंद्र कुमार ने अपने घर फोन किया। पता चला कि उस फैक्ट्री में काम करने वाले उसके दो पुत्र प्रदीप कुमार व श्याम कुमार घर पर हैं। हरेंद्र ने बताया कि शनिवार व रविवार को छुट्टी रहती है। इसलिए दोनों नहीं गए थे। हरेंद्र ने लंबी सांस लेते हुए कहा कि दोनों लाल बाल-बाल बच गए।
मणिका विशुनपुर चांद निवासी मो. कलाम व उनकी पत्नी भी उस फैक्ट्री में काम करते थे, लेकिन अवकाश के कारण नहीं गए। पति-पत्नी ने बताया कि मणिका विशुनपुर चांद गांव की लगभग 200 महिलाएं बेला की अलग-अलग फैक्ट्रियों में काम करती हैं। इनमें 50 महिलाएं हादसे वाली फैक्ट्री में काम करती थीं। रविवार की छुट्टी के कारण सभी घर पर हैं। वहीं, छपरा मेघ के कन्हैया कुमार ने बताया कि छपरा मेघ के ही अनिल सिंह व राजीव कुमार हादसे वाली फैक्ट्री में गार्ड थे, लेकिन छुट्टी के कारण नहीं गए थे। रोहुआ व कोठियां से भी बड़ी संख्या में पुरुष व महिला मजदूर उस फैक्ट्री में काम करते थे। छुट्टी होने के कारण सभी सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
