चार पुत्रो के जन्म होते ही राजा दशरथ के घर बजने लगी बधैया
भगवानपुर महावीर मंदिर में श्रीराम कथा के चौथे दिन मंगलवार को कथावाचक श्रीराम दासाचार्य ने राम जन्म का प्रसंग सुनाकर सबको भावविभोर कर...
भगवानपुर महावीर मंदिर में श्रीराम कथा के चौथे दिन मंगलवार को कथावाचक श्रीराम दासाचार्य ने राम जन्म का प्रसंग सुनाकर सबको भावविभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि दशरथ को संतान नहीं हुए तो उन्होंने गुरुदेव वशिष्ठ के निर्देशन में संतान की कामना से यज्ञ कराया। यज्ञ सम्पन्न कराने के लिए समस्त मनस्वी, तपस्वी, विद्वान, ऋषि-मुनियों तथा वेदविद् प्रकांड पंडितों को बुलावा भेजा। वेद मंत्र उच्चारण के बीच यज्ञ को पूरी विधि-विधान से संपन्न कराया गया। यज्ञ से प्रसन्न होकर अग्निदेव प्रकट हुए। उन्होंने राजा दशरथ को प्रसाद देकर कहा कि यह प्रसाद सभी रानियों में बांट दिया जाए। प्रसाद ग्रहण करने के परिणाम स्वरूप तीनों रानियां कौशल्या, कैकेयी व सुमित्रा गर्भवती हो गईं। बड़ी रानी कौशल्या ने राम, कैकेयी ने भरत और सुमित्रा ने लक्ष्मण व शत्रुघ्न को जन्म दिया। चारों पुत्रों के जन्म होते ही राजा दशरथ के घर बधैया बजने लगी। इस दौरान गीतों से श्रीराम का गुणगान भी किया गया। मौके पर सुरेंद्र कुमार द्विवेदी, राम सागर ठाकुर, जय लाल, मृत्युंजय भी मौजूद थे।