नववर्ष पर शुक्रवार सुबह से ही श्रद्धालु बाबा गरीबनाथ के जलाभिषेक को पहुंचने लगे। सुबह पांच बजे मंदिर का मुख्य द्वार खुलते ही श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। काफी संख्या में श्रद्धालु सुबह चार बजे से ही कतार में लग गए थे। थोड़े ही देर में कतार छाता बाजार चौक तक पहुंच गई। इस दौरान मंदिर परिसर व बाहर हरहर महादेव का जयघोष गूंजता रहा।
मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए काफी संख्या में सेवादल के सदस्य, सुरक्षा गार्ड व जिला पुलिस बल के महिला व पुरुष जवान तैनात थे। मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक ने बताया कि कोरोना को देखते हुए काफी सावधानी बरती गई थी। मंदिर में शाम तक श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। दिन के साढ़े बारह बजे से दो बजे तक मंदिर का पट बंद रहा। इसके बाद फिर जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में उमड़ पड़ी। रात आठ बजे के बाद बाबा का फुलों से महाशृंगार कर आरती की गयी। बताया कि मंदिर खुले रहने तक श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी रहा।