अफवाहों से बचें, सतर्कता का रखें ध्यान
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर जिला कोरोना कॉडिनेशन कमेटी अलर्ट मोड में आ गई है। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में प्रभारी डीएम उज्ज्वल कुमार सिंह की अध्यक्षता में डीसीसीसी की पहली बैठक हुई। अफसरों को कई...
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर जिला कोरोना कॉडिनेशन कमेटी अलर्ट मोड में आ गई है। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में प्रभारी डीएम उज्ज्वल कुमार सिंह की अध्यक्षता में डीसीसीसी की पहली बैठक हुई। अफसरों को कई बिन्दुओं पर अलर्ट किया गया। अफवाहों पर ध्यान देने की बजाय उनमें सतर्कता व जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया। जिला स्तर से शिक्षण संस्थान व सिनेमा घरों की बंदी की मॉनिटरिंग की जाएगी।
प्रभारी डीएम ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रति काफी भ्रांतियां भी फैल रही है। जन जागरूकता आवश्यक है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। एहतियात बरतना सर्वाधिक जरूरी है। अभी कोरोना वायरस विश्व के लगभग 125 देशों में पहुंच चुका है। भारत में भी इसके कई संदिग्ध मरीज पाए गए हैं। भारत सरकार के साथ-साथ बिहार सरकार ने भी इसकी रोकथाम पर एडवाइजरी जारी की है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय कमेटी इसकी मॉनिटरिंग कर रही है। जिला स्तर पर कोरोना वायरस से बचाव के लिए जिला टास्क फोर्स का गठन किया गया। सभी संबंधित विभागों को इसमें सम्मिलित किया गया है।
सिविल सर्जन डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि कोरोना को लेकर प्रारंभिक तैयारियां मुकम्मल कर ली गई है। सदर अस्पताल में छह विशेष बेड व एसकेएमसीएच में कोरोना के मरीजों के लिए 10 बेड की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि अभी तक चार संदिग्ध मरीजों की जांच की गई है। उनकी रिपोर्ट निगेटिव है। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी-आईसीडीएस, जिला पंचायतीराज पदाधिकारी , जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी सहित जिला टास्क फोर्स के सभी सदस्य उपस्थित थे।
हर तरफ जागरुकता फैला दूर करें भ्रांतियां
प्रभारी डीएम ने कहा कि पंचायती राज विभाग जनप्रतिनिधियों के माध्यम से लोगों को जागरूक करे। शिक्षा विभाग का दायित्व होगा कि शिक्षकों के द्वारा छात्र-छात्राओं को समुचित जानकारी दी जाए। आंगनबाड़ी केन्द्रों, आशा, एएनएम एवं अन्य स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने का निर्देश भी उन्होंने अधिकारियों को दिया। पुलिस अधीक्षक चौकीदार के माध्यम से भी इस संबंध में लोगों को जानकारी उपलब्ध कराएंगे। जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी मीडिया के माध्यम व व्यापक प्रचार-प्रसार के द्वारा लोगों की भ्रांतियों को दूर करेंगे।
सर्विलांस से हो रही संदिग्धों की पहचान
सिविल सर्जन ने बैठक में जानकारी देते हुए कोरोना वायरस के लक्षण व उसके बचाव के संबंध में बताया। उन्होंने कहा कि अभी तक नोवेल कोरोना वायरस के जो लक्षण पाए गए हैं, उसमें तेज बुखार, खांसी और सांस लेने में दिक्कत प्रमुख है। संदिग्ध रोगियों की पहचान सर्विलांस से की जा रही है। अभी तक इस वायरस के फैलने का माध्यम स्पष्ट नहीं हुआ है। यह एक नया वायरस है। ऐसा माना जा रहा है कि संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से यह फैलता है। जागरुकता से ही इससे बचा जा सकता है। विभाग जिले में जागरुकता अभियान चला रहा है।
कोरोना से बचाव के तरीके
कोरोना से बचाव का सबसे अच्छा तरीका संक्रमण से बचना है। साबुन से बार-बार हाथ धोएं, खांसते और छींकते समय मुंह को ढंक लें। यदि बुखार, सर्दी, खांसी, व सांस लेने में परेशानी हो, तो नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जांच कराएं। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है।