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एमआईटी में आठ अगस्त से होगा नामांकन

एमआईटी में बीटेक फर्स्ट ईयर में नामांकन आठ अगस्त से शुरू हो जाएगा। बिहार कंबाइंड इंट्रेंस कम्पीटिव एग्जामिनेशन बोर्ड (बीसीईसीईबी) ने चयनित छात्रों की सूची एमआईटी को भेज दी है। बीसीईसीईबी ने प्रवेश...

एमआईटी में आठ अगस्त से होगा नामांकन
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरFri, 04 Aug 2017 01:56 AM
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एमआईटी में बीटेक फर्स्ट ईयर में नामांकन आठ अगस्त से शुरू हो जाएगा। बिहार कंबाइंड इंट्रेंस कम्पीटिव एग्जामिनेशन बोर्ड (बीसीईसीईबी) ने चयनित छात्रों की सूची एमआईटी को भेज दी है। बीसीईसीईबी ने प्रवेश परीक्षा के बाद इन छात्रों की काउंसिलिंग पटना में ही करा ली है। छात्रों की सूची आने के बाद एमआईटी प्रबंधन नामांकन की तैयारी में जुट गया है। प्राचार्य डॉ. जेएन झा ने कहा कि चयनित छात्रों के मोबाइल पर कॉलेज की ओर से एसएमएस भेजा जा रहा है। इसमें छात्रों के नामांकन की तिथि का जिक्र रहेगा। एमआईटी में सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, आईटी, लेदर टेक्नोलॉजी आद में नामांकन के लिए चयनित छात्रों की सूची भेजी गई है। छात्रों को देना होगा शपथ पत्र: नामांकन के दौरान छात्रों को रैगिंग नहीं करने का शपथ पत्र देना होगा। कॉलेज को शपथ पत्र में कहना होगा कि अगले चार साल तक कॉलेज में किसी तरह का अनुशासहीनता नहीं करेंगे। छात्रों के अभिभावकों को भी कॉलेज की ओर से पत्र भेजा जाएगा। इसमें कहा जाएगा कि अगर आपके बच्चे रैगिंग या अनुशासहीनता में पकड़े जाते हैं तो कॉलेज प्रशासन उस पर कार्रवाई करेगा। अब 29 हजार देने होंगे नामांकन के लिए: एमआईटी में नामांकन के लिए छात्रों को अब 29 हजार रुपये देने होंगे। यह राशि सामान्य, ओबीसी व ईबीसी पर लागू होगी। यह बढ़ोतरी सरकार की ओर से सभी इंजीनियरिंग कॉलेज में की गई है। पहले इन वर्गों के छात्रों को नामांकन में 23 हजार रुपये देना होता था। वहीं, एससी/एसटी छात्रों को 21 हजार रुपये देना होगा। पहले इन छात्रों को 15 हजार रुपये के आसपास देना होता था। प्राचार्य डॉ. जेएन झा ने कहा कि सरकार की ओर से फी में बढ़ोतरी हुई है। फर्स्ट ईयर में नामांकन लेने वाले छात्रों पर यह लागू होगा। ट्यूशन फी में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। अन्य मदों में शुल्क बढ़ाया गया है। इधर, तकनीकी छात्र संगठन ने इसका विरोध किया है। प्रदेश सचिव मो. गुलफराज ने कहा कि सरकार तकनीकी शिक्षा का निजीकरण कर रही है। फी में बढ़ोतरी से बिहार के गरीब परिवार के बच्चों पर इसका असर पड़ेगा। उनका कहना है कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में ट्रेनिंग व प्लेसमेंट सेल, मेडिकल, क्लब, शिक्षक, लैब व अन्य सुविधाएं नहीं है। सरकार छात्रों का आर्थिक शोषण कर रही है।

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