दुर्व्यवहार से नाराज कर्मियों ने ठप किया काम
कांटी नगर पंचायत (नपं) की कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) हीरा कुमारी की कार्यशैली के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इसको लेकर कार्यालय में लगातार दूसरे दिन भी कामकाज बाधित रहा। शनिवार को नगर पंचायत के सभी...
कांटी नगर पंचायत (नपं) की कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) हीरा कुमारी की कार्यशैली के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इसको लेकर कार्यालय में लगातार दूसरे दिन भी कामकाज बाधित रहा। शनिवार को नगर पंचायत के सभी कर्मियों ने उनपर मनमानी व दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए काम का बहिष्कार कर दिया। वहीं, इस कारण आम लोगों को कार्यालय से बैरंग ही लौटना पड़ा।कर्मियों के अनुसार, सुबह कार्यालय खुलने के बाद पानी का टैंकर संगम घाट पर पहुंचाने का आदेश ईओ ने सफाई जमादार गणेश शर्मा को दिया। वहीं, जब सफाई जमादार ने चालक के कार्यालय में होने की जानकारी दी तो ईओ भड़क गईं। कर्मियों ने ईओ पर सफाई जमादार को धमकी देने का भी आरोप लगाया। इससे गुस्साए सफाई व अन्य कर्मियों ने कार्यालय से बाहर आकर काम का बहिष्कार कर दिया। कर्मियों का आरोप था कि ईओ कर्मियों को बेवजह डांटती-फटकारती रहती हैं। उनका व्यवहार सही नहीं है। कार्य बहिष्कार की सूचना मिलते ही ईओ कांटी पहुंची और काफी देर तक प्रखंड कार्यालय में बैठी रहीं। बता दें कि शुक्रवार को उपाध्यक्ष सहित अन्य पार्षदों ने मृत्यु प्रमाणपत्र को जारी करने में हलाहवाली पर कार्यालय को बंद करा दिया था।
अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व पार्षदों ने भी खोला मोर्चा :
कांटी नगर पंचायत अध्यक्ष गजेन्द्र पासवान, उपाध्यक्ष महेश प्रसाद साह के साथ अन्य पार्षद भी ईओ के विरोध में उतर आए हैं। कर्मियों का समर्थन करते हुए अध्यक्ष व उपाध्यक्ष ने कहा कि ईओ महत्वपूर्ण विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में रुचि नहीं लेती हैं। कर्मियों से अमर्यादित व्यवहार करती हैं। दोनों ने प्रधान सचिव व निदेशक को मामले से अवगत कराते हुए ईओ के तबादले की मांग की।
समझौता वार्ता में नहीं सुलझा मामला :
कार्य बहिष्कार के बाद में बीडीओ शम्स तबरेज आलम, जदयू नेता कारी साहू की मौजूदगी में काफी देर तक समझौता वार्ता चली। लेकिन, मामला नहीं सुलझ सका। इधर, ईओ ने सभी आरोपों को गलत बताया। साथ ही कहा कि बातचीत से जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा।