कौन दिशा में लेके चला रे बटोहिया.. पर झूमे श्रोता
श्रुति कलाकुंज जमालपुर की ओर से शुक्रवार की रात स्थानीय सफियासराय स्थित लालखाव गांव में वार्षिक गीत, संगीत कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार पुलिस एसोसियेशन जमालपुर के अध्यक्ष सह...
श्रुति कलाकुंज जमालपुर की ओर से शुक्रवार की रात स्थानीय सफियासराय स्थित लालखाव गांव में वार्षिक गीत, संगीत कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार पुलिस एसोसियेशन जमालपुर के अध्यक्ष सह इंस्पेक्टर कृपा सागर ने फीता काटकर किया। कार्यक्रम की शुरूआत मुंगेर का उभरता कलाकार हिमांशु शेखर ने चंदा है तूरा मेरा तारा है तू गाया तो बच्चे झूम उठे। इसके बाद भारती के संग कौन दिशा में लेके चला रहे बटोहिया और हुस्न पहाड़ों का प्रस्तुतियां देकर बिहार की संस्कृति से रुबरु कराया। उन्होंने चांद जैसे मुखड़े पर बिंदिया सितारा गाकर श्राताओं को मोहित कर दिया। इसके बाद भारती ने बड़ा नटखट है ये कृष्ण कन्हैया, ओ मां ओ मां प्रस्तुति दी। कृपा सागर ने बड़ी दूर से आए है, मैं हूं प्रेम रोगी जरा, भारती संग आ प्यार के रंग तथा सारे शिकवे गिले भूलाके कहो प्रस्तुत किया। जबकि इम्तेयाज रफी ने कैसे जीत लेते हैं लोग दिल किसी का और भारती संग तुम्हारी नजर क्यों खफा हो गई जैसे नग्में सुनाएं। इधर, कैसियो पर नरेश कुमार और मुन्ना, पैड पर अमित और नाल पर पंकज और मुकुंद बिहारी ने संगत दिया। संचालन मनोज मेहता ने किया। मौके पर प्रशांत हंसपुरी, समाजसेविका अंजली कुमारी, रीशु कुमार, ईशु कुमार, दीपक, पूजा, प्रभु दयाल, विद्या सागर, मुकेश कुमार, प्रीति कुमारी सहित अन्य मौजूद थे।