अच्छी खबर : ट्रेनों के गार्ड ट्रॉली बैग, टैबलेट सहित आधुनिक उपकरण से होंगे लैस
मालदा डिवीजन अंतर्गत विभिन्न ट्रेनों में चलने वाले गार्डों को अंग्रेजों के समय से चले आ रहे बक्सा व्यवस्था से अब छुटकारा मिल जाएगा। रेल प्रशासन ने उन्हें अब ट्रॉली बैग, टैबलेट सहित आधुनिक उपकरणों से...
मालदा डिवीजन अंतर्गत विभिन्न ट्रेनों में चलने वाले गार्डों को अंग्रेजों के समय से चले आ रहे बक्सा व्यवस्था से अब छुटकारा मिल जाएगा। रेल प्रशासन ने उन्हें अब ट्रॉली बैग, टैबलेट सहित आधुनिक उपकरणों से लैस करने का निर्णय लिया है।
इस आशय की जानकारी मालदा रेल मंडल के एडीआरएम विजय कुमार साहू ने दी। उन्होंने बताया कि अंग्रेजों के समय से चली आ रही इस परंपरा के अनुसार ट्रेन के गार्ड वर्तमान में चदरे का बक्सा लेकर ट्रेनों में सवार होते थे। जिससे उन्हें बक्से को चढ़ाने व उतारने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। यहां तक कि बक्से को ट्रेनों में चढ़ाने व उतारने के लिए पोर्टर की मदद लेनी पड़ती थी। परंतु अब रेल प्रशासन के नए निर्देश के अनुसार गार्ड वर्षों से चली आ रही बक्सा व्यवस्था को बॉय-बॉय करेंगे और ट्रॉली बैग के साथ ट्रेनों में सवार होंगे।
फर्स्ट एड की सुविधा भी रहेगी: रेल प्रशासन के नए निर्देशानुसार गार्डों को ट्रॉली बैग के साथ टैबलेट भी दिया जाएगा। इसमें रेलवे संरक्षा से जुड़े तमाम नियम अपलोड रहेंगे जिसे जरूरत के अनुसार आवश्यकता पड़ने पर वे इसका इस्तेमाल भी करेंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा आधुनिक उपकरण व फर्स्ट एड की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी जिसे आवश्यकतानुसार वे जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल भी करेंगे। उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था जल्द ही डिवीजन अंतर्गत सभी ट्रेनों के गार्डों को मुहैया करवाकर आदेश लागू किया जाएगा।