स्टेशन पर अचानक पहुंची स्पेशल ट्रेनें, अफरातफरी
कोविड 19 काल में देश के विभिन्न राज्यों में फंसे बिहारी मजदूरों को भारतीय रेल बेशक बिहार भेजने के लिए सैकड़ों श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रखी है। लेकिन कौन सी ट्रेन किस रुट से कहां और कितने बजे...
कोविड 19 काल में देश के विभिन्न राज्यों में फंसे बिहारी मजदूरों को भारतीय रेल बेशक बिहार भेजने के लिए सैकड़ों श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रखी है। लेकिन कौन सी ट्रेन किस रुट से कहां और कितने बजे पहुंचेगी, इसकी सूचीबद्ध लिस्ट संबंधित स्टेशन प्रबंधक के पास नहीं पहुंचती है। यही कारण है कि अचानक ट्रेन के स्टेशन पहुंचने पर स्टेशन प्रशासन से लेकर जिला स्वास्थ्य टीम में अफरातफरी की स्थिति बन जाती है।
अधिकारियों को नहीं होती ट्रेनों की सूचना: ट्रेनों की पूर्व से सूचना ना तो स्टेशन अधीक्षक के पास होता है और न ही ट्रेन परिचालन कंट्रोल रूम को ही किसी तरह की पूर्व सूचना मिलती है। हालांकि किऊल स्टेशन से जब ट्रेन जमालपुर के सरकती है, तब टेलिफोनिक सूचनाएं दी जाती है। इससे समय पर ट्रेनों का इंटरनेंटमेंट करना और प्रवासी मजदूरों को स्क्रीनिंग व रजिस्ट्रेशन कर क्वारंटाइन करने में परेशानी आ रही है। मंगलवार को भी जमालपुर स्टश्ेान पर करीब 8 श्रमिक ट्रेनें अचानक पहुंची है। ट्रेनों मेंं प्रवासी मजदूरों को कतारबद्ध कराकर रजिस्ट्रेशन व स्क्रीनिंग प्रक्रिया दिनभर चलता रहा है।
सुबह 6 से दोपहर तक आती रही आठ ट्रेनें: देश के विभिन्न राज्यों से जमालपुर कुल आठ ट्रेनें सुबह 6 बजे से आना शुरू हुआ, जो दोपहर तीन बजे तक एक के बाद एक ट्रेनें लगने लगी। स्टेशन अधीक्षक ओंकार प्रसाद ने बताया कि ट्रेनों की सूचना पूर्व में नहीं मिलती है। मंगलवार को पहली गाड़ी 04658 ईसीआर से सुबह 6 बजे आयी है। जबकि इस ट्रेन को सोमवार को ही आनी थी। इसी तरह दूसरी ट्रेन 01883 छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल से जमालपुर सुबह 7 बजे आयी। तीसरी ट्रेन 09483 पूर्णिया जक्शन से सुबह 8 बजे, चौथी ट्रेन 01178 छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल से सुबह 10.35, पांचवी ट्रेन 04078 आनंदविहार टर्मिनल से सुबह 11 बजे, छठी ट्रेन 04080 आनंविहार टर्मिनल (दिल्ली) से सुबह 11.46, सातवीं ट्रेन 04634 लुधियाना से दोपहर 12.25 और आठवीं ट्रेन 06207 क्रांतिवीर संगोल्लि रायाण्ण (बैंगलूर) से दोपहर 2.30 तक जमालपुर आयी है। इसमें ट्रेन 04080 आनंविहार टर्मिनल (दिल्ली) से भागलपुर वाली श्रमिक ट्रेन ही एक मात्र थी, जो समय पर आयी है। शेष ट्रेनें 20 से 24 घंटें विलंब से आयी है।