कोविड 19 में जहां ट्रेनों की भारी किल्लत है। वहीं यात्रियों की बेकाबू भीड़ देखकर कोरोना संकट अब स्टेशन व ट्रेन में गहराने लगा है। त्योहारों को लेकर रेल प्रशासन ने कई ट्रेनें चलायी, परंतु इसकी समाप्ति के बाद एक के बाद एक ट्रेनों का परिचालन बंद करने की घोषणा से यात्री हैरान है। जमालपुर से मुंगेर, बेगूसराय और खगड़िया जाने के लिए एक भी ट्रेनें नहीं चल रही हैं। किऊल और भागलपुर जाने आने के लिए मात्र दो ही बार मौका मिल रहा है। ऐसे में लोकल सफर करने वाले यात्रियों को बेटिकट ही लंबी दूरी की स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेनों पर सफर करने की मजबूर है।
गुरुवार को साहिबगंज जमालपुर और जमालपुर किऊल पैसेंजर ट्रेनों में बेकाबू भीड़ दिखी। ट्रेन सफर के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल भी नहीं रखा गया है। मुंह पर मास्क लगाए बिना ही सफर करने की जद्दोजहद करते दिखे। त्योहारों के बाद अब शादी का सीजन जोर पकड़ लिया है। इसलिए स्टेशनों व ट्रेनों में भारी भीड़ चल रही है। 12 के बाद किऊल और 4.30 के बाद भागलपुर के लिए नहीं है एक भी ट्रेनें पूर्व रेलवे मालदा प्रशासन ने पहले तो जमालपुर सहरसा मेमू पैसेंजर ट्रेन का परिचालन बंद कर दिया है, वहीं भागलपुर किऊल रेलखंड पर ट्रेनों का फेरा भी नहीं बढ़ाया है।
मात्र दो ट्रिप ट्रेनों की आवाजाही के कारण यात्रियों की भीड़ बेकाबू हो रही है। किऊल जाने के लिए जमालपुर स्टेशन से सुबह 7.30 बजे ट्रेन नंबर 73421 जमालपुर किऊल पैसेंजर ट्रेन मिलती है। तो दूसरी ट्रेन दोपहर 12.05 बजे साहिबगंज किऊल के लिए पैसेंजर ट्रेन मिल रही है। इसके बाद शाम क्या रात तक कोई ट्रेन नहीं दी गयी है। यही हाल भागलपुर जाने के लिए सुबह 7.25 बजे ट्रेन नंबर 53416 जमालपुर भागलपुर पैसेंजर का परिचालन होता है। इसके बाद शाम 4.30 बजे ट्रेन नंबर 03432 जमालपुर साहिगंज मेमू पैसेंजर स्पेशल ट्रेन ही एक मात्र सहारा है। फिर 14 घंटे बाद ही ट्रेन दूसरे दिन मिलती है। पैसेंजर ट्रेनों की कमी के कारण जमालपुर के अधिकाशत: यात्री लंबी दूरी की स्पेशल ट्रेनों में सफर करने को विवश है। हालांकि सफर के दौरान अगर टीटीई साहब मिल जाए और कार्रवाई की बात करे तो उन्हें चंद राशि देकर यात्री छुटकारा पा लेते हैं। जबकि रेलवे ने बेटिकट यात्री और अनाधिकृत यात्रियों को स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेनों में सफर करने पर सख्त कार्रवाई की बात पर जोर दे रही है। लेकिन इसका असर यात्रियों पर रत्ती भर नहीं है। चूंकि साधारण टिकट नहीं मिलने और पैसेंजर ट्रेनों की कमी के कारण मजबूरन यात्री स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ कर सफर कर रहे हैं।