जमालपुर। निज प्रतिनिधि जमालपुर मुंगेर रेलखंड पर नित्यदिन दौड़ लगा रही 8 कोच वाली जमालपुर तिलरथ व खगड़िया डेमू पैसेजर ट्रेन की जगह अब 12 कोच वाली ईएमयू पैसेंजर ट्रेन जगह लेने वाली है। पूर्व रेलवे मालदा प्रशासन ने इसके परिचालन के लिए कवायद तेज कर दी है। हालांकि ईएमयू ट्रेन चलाने के पूर्व जमालपुर स्टेशन की प्लेटफार्म संख्या एक स्थित पे शौचालय भवन प्रशासन के लिए रोड़ा बना हुआ है। पे शौचालय भवन ध्वस्त होने पर ही कोच की प्लेसमेंट और परिचालन संभव हो पाएगा।
इधर, मालदा प्रशासन ने जमालपुर स्टेशन प्रशासन सहित इंजीनियर विभाग अधिकारियों से प्लेटफॉर्म संख्या चार (मुंगेरिया प्लेटफार्म) की लंबाई का ब्योरा मांगा है। ताकि ईएमयू ट्रेन का परिचालन की संभावना तलाशी जा सके। गौरतलब है कि पूर्व रेलवे कोलकाता के जीएम मिलिंद देवऊस्कर ने बीते 2 अगस्त को अपनी टीम के साथ जमालपुर स्टेशन आए थे, तथा मुंगेरिया प्लेटफार्म का भी निरीक्षण कर ईएमयू ट्रेन चलाने पर जोर दिया था। हालांकि इसकी लंबाई कम रहने के कारण इसपे रिपोर्ट की तलब की गयी थी।
थर्ड एफओबी तक ही बना है मुंगेर प्लेटफार्म का स्टॉपर, शौचालय बना है बाधा:
अंग्रेजी हुकूमत ने जमालपुर मुंगेर रेलखंड पर पहले वाष्प इंजन का परिचालन किया था। तथा मुंगेरिया प्लेटफॉर्म की लंबाई सीमित कोच तक रखी गयी थी। लेकिन धीरे धीरे वाष्प की जगह डीजल इंजन ने जगह ले लिया। तथा पहली बार 31 मार्च 2016 को जमालपुर से मुंगेर रास्ते, बेगूसरय और खगड़िया के बीच डेमू ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया था। डेमू ट्रेन का परिचालन पुराने प्लेटफार्म की लंबाई के अनुसार किया जा रहा है। ट्रेन का अंतिम स्टॉपर दक्षिण दिशा में थर्ड एफओबी के नीचे तक सीमित रखा है। जहां मात्र दस कोच ही समा सकती है। वैसे प्रशासन ने बीते 22 अप्रैल को आठ से दस कोच बनाकर डेमू पैसेंजर ट्रेन का परिचालन किया। लेकिन तीन माह प्रशासन ने दो कोच घटा दिया और पूर्व के तरह परिचालन शुरू किया है।
12 कोच वाली ईएमयू चलने से भीड़ होगी नियंत्रित, स्पीड भी बढ़ेगी
जमलपुर मुंगेर रेलखंड पर आठ की जगह बारह कोच वाली ईएमयू ट्रेन का परिचालन से न सिर्फ यात्रियों को, बल्कि रेलवे को भी फायदा होगा। यात्रियों की भीड़ भी नियंत्रित होगी। इसके साथ ही डीजल खर्च बचेगा। यात्री जयप्रकाश, सत्यम, मुकेश, विवेक, मुस्कान, आशा देवी सहित अन्य ने कहा कि वर्तमान में चल रही डेमू ट्रेन की कोच जर्जर हो गयी है। वहीं स्पीड भी सीमित है। जबकि जमालपुर किऊल और भागलपुर रेलखंड पर चलने वाली ईएमयू की स्पीड काफी तेज है। वहीं कोच और सीटें अधिक रहने से यात्रियों को सहूलियत होती है।
क्या कहते है अधिकारी
जमालपुर मुंगेर रेलखंड पर डेमू की जगह ईएमयू ट्रेन जगह लेगी। लेकिन इससे पूर्व प्लेटर्फार्म संख्या चार का दायरा बढ़ाया जाएगा। फिलहाल इसका ब्योरा की मांग की गयी है। ताकि प्लेटफॉर्म की लंबाई बढ़ाने के साथ ट्रेन का परिचालन किया जा सके।
कौशिक मित्रा, सीपीआरओ, पूर्व रेलवे कोलकाता