12 माह में मात्र 4 नप बोर्ड की बैठकें हुईं, 8 माह से विकास को तरसता रहा शहर
जमालपुर में 2024 में विकास कार्य ठप रहे। नगर परिषद की केवल 4 बैठकें हुईं, जिसमें महत्वपूर्ण निर्णय कागजों तक सीमित रह गए। विधायक ने पहली बार बैठक में भाग लिया और शहरी विकास के लिए कार्य करने का...

जमालपुर। निज प्रतिनिधि कल के बाद नए साल 2025 की पहली किरण लौहनगरी जमालपुर की धरती पर पड़ेगी। लेकिन बीत रहा वर्ष 2024 शहरवासियों के लिए कुछ अच्छा नहीं रहा। खासकर, नगर परिषद जमालपुर प्रशासन की शिथिलता के कारण शहर का आठ माह का विकास ठप रहा है। दरसरल, नप बोर्ड की बोर्ड की बैठक प्रत्येक माह नहीं होने से ऐसी नौबत आयी है। कुल 12 माह में मात्र 4 बोर्ड की बैठकें हुई है। चार में एक बैठक बजट पेश करने में ही बीत गया, शेष तीन बैठकों में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों में शव वाहन और त्योहारों में व्यवस्था को छोड़कर देखें तो दो दर्जन से अधिक विषवार बिन्दु सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गयी। हालांकि इसबीच लोकसभा चुनाव में भी तीन माह तक विकास ठप रहा। लेकिन इसके बाद प्रशासन ने लगातार बैठकें बुलानी मुनासिब नहीं समझा। नतीजतन, शहरी सौंदयीकरण पर ग्रहण लगा रहा है।
पहली बार जमालपुर विधायक ने नप बोर्ड की बैठक में लिया था हिस्सा
नगर परिषद जमालपुर की नप बोर्ड की बैठक में बीते 50 सालों से एक भी विधायक व सांसद शामिल नहीं हुए थे। लेकिन यह पहला मौका था कि जमालपुर के विधायक डॉ. अजय कुमार सिंह ने 24 नवंबर 2023 की बैठक में शमिल हुए। वहीं वर्ष 2024 में भी दो बार नप कार्यालय जमालपुर के एग्जीक्यूटिव एवं मुख्य पार्षद सहित अन्य पार्षदों के साथ बैठक की। तथा विधायक ने जमालपुर में नियमित साफ सफाई सुदृढ़ करने तथा जमालपुर की जर्जर 17 सड़कों में दो सड़कों का निर्माण कराने को लेकर आदेश/निर्देश व सहयोग दिए थे। वर्तमान में विधायक रेलवे पर नप प्रशासन का बकाया राशि लगभग 25 करोड़ रूपये भुगतान कराने में जुटे हैं। इसके लिए रेलमंत्री सहित सीडब्लूएम से मुलाकात कर बकाया राशि भुगतान कराने तथा नप को आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए लगातार प्रयासरत है।
नप बोर्ड की बैठकों में लिए गए निर्णय जस की तस
जमालपुर नगर परिषद क्षेत्र में विकास कार्यों को गति देने में नप प्रशासन फेल रहा। शहरी क्षेत्र 36 वार्डों के पार्षद बोर्ड की बैठक में हिस्सा लेकर अपने क्षेत्र की विकास करने सहित समस्याएं रखने में समक्ष होते हैं। प्रशासन ने वर्ष की शुरूआत 27 जनवरी, 4 मार्च, 4 जुलाई और 18 सितंबर 2024 को ही बोर्ड की बैठक बुलायी थी। चार बैठकों में शहर के विकास हेतु दर्जनों फैसले लिए गए तथा ध्वनि मत से सभी वार्ड पार्षदों ने इस पर मोहर लगाई। लेकिन जमीनी स्तर पर निर्णय सिर्फ कागजों में सिमट गया। इनमें मुख्यत: शहर में वाटर पार्क का निर्माण, सम्राट अशोक भवन का निर्माण, ओपन जिम का निर्माण, पार्क का निर्माण, रीक्रिएशन सेंटर का निर्माण, सदर बाजार क्षेत्र में डीलक्स शौचालय का निर्माण, जैव विविधता समिति का गठन, बिहार विज्ञापन नीति का कार्यान्वयन पर विचार, ट्रेड लाइसेंस शुल्क पर विचार, सदर बाजार सब्जी मंडी में मल्टी स्टोरेज सुपर मार्केट कंपलेक्स निर्माण, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट हेतु अतिरिक्त जमीन, शहरी गरीबों के लिए बहु मंजिला आवास निर्माण, स्ट्रीट लाइट एवं हाई मास्क लाइट मरम्मत पर विचार जैसे विषय थे। गौरतलब है कि बीते 13 जुलाई 2024 को शहर के दर्जनों वार्ड पार्षदों ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी विजयशील गौतम को लिखित शिकायत भी दर्ज की थी, कि प्रत्येक माह बैठक बुलाई जाय। शिकायत के बावजूद सितंबर माह में एक बैठक हुई इसके बाद आजतक नहीं आयोजित की गयी।
क्या कहते हैं अधिकारी
वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव और त्योहारों के कारण प्रत्येक माह बैठकें नहीं आयोजित की जा सकी थी, लेकिन नए वर्ष के प्रथम महीना में नप बोर्ड की बैठक आयोजित होंगी। तथा शहरी विकास कार्यों को पंख लगाया जाएगा।
विजयशील गौतम, एग्जीक्यूटिव, नप जमालपुर
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